यहां पर काम चलने से सभी छोटे चार पहिया वाहनों को अंडर ब्रिज से निकलना पड़ रहा है जबकि बड़े भारी वाहनों को मुरली अंडर ब्रिज से जाना पड़ रहा है, लेकिन अंडरब्रिज में पानी भरे होने की समस्या का निदान करने न प्रशासन ने पहल की है और न ही रेलवे ने इस दिशा में कोई कदम उठाया है। इसका परिणाम यह है कि अंडर ब्रिज से निकलते समय वाहन चालकों को निकलने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे फाटक के पास स्थित अंडरब्रिज में जरूर कुछ कम पानी है, लेकिन करोली वाली माता मंदिर के पास स्थित अंडर ब्रिज और मुरली रोड पर स्थित अंडरब्रिज में पानी भरे होने के कारण वाहन चालकों को काफी परेशानी हो रही है।
चूंकि मुरली रोड स्थित अंडरब्रिज से भारी वाहनों की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। इसके कारण श्यामपुर, नरसिंहगढ़ क्षेत्र तरफ से शहर में व शहर से बाहर जाने वाले भारी वाहन इसी मार्ग से जान जोखिम में आवागमन करते हैं। श्यामपुर निवासी अनिल सिंह का कहना है कि वह अपनी पत्नी के साथ मुरली अंडरब्रिज से बाइक से निकल रहा था। रास्ते में बाइक के बंद होने पर वह पत्नी सहित अंडरब्रिज में ही नीचे गिर गए। वह दोनों जख्मी हो गए। इसके साथ बाइक भी पानी भरने से खराब हो गई।
लंबे समय से बंद है मंडी रोड
मंडी जाने वाला रोड पिछले कई महीनों से बंद पड़ा है। इसका कारण ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य चलना है। यहां पर काम चलने से सभी छोटे चार पहिया वाहनों को अंडर ब्रिज से निकलना पड़ रहा है। जबकि बड़े भारी वाहनों को मुरली अंडर ब्रिज से जाना पड़ रहा है। तीनों अंडर ब्रिज में बारिश का पानी भर जाता है।
ऐसे में यहां से पैदल, दो पहिया वाहनों सहित चार पहिया वाहनों के आवागमन में भी काफी दिक्कत हो रही है। रेलवे के गेट नंबर 101 मंडी, 102 करोली वाली माता मंदिर और मुरली अंडरब्रिज 103 की हालत एक जैसी है। यहां से आवागमन के दौरान काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वहीं बार-बार जाम जैसे हालात भी निर्मित हो जाते हैं।