मामला ग्राम रफीक गंज का है। वन विभाग के डिप्टी रेंजर हरजीत सिंह ने बताया की ग्राम रफीकगंज में कमल सिंह ठाकुर के कुएं में मगरमच्छ मिलने की सूचना मिली थी। पास ही जहांगीर पुरा का तालाब स्थित है। पहले भी यह मगरमच्छ तालाब के आसपास देखा गया था। पर, बढ़ती गर्मी के चलते एक मगरमच्छ यहां आ गया। मगरमच्छ का की लंबाई आठ फीट और वजन 120 किलो है। इसकी उम्र करीब छ: साल है। पानी की तलाश करते करते मगर टूटे कुएं के पास पहुंच गया।
ऐसे निकाला गया मगरमच्छ को बाहर
आस पास के लोगों को कुएं से कुछ हलचल की आवाज आ रही थी। उन्हें लगा होगा कोई, कुएं के पास जाकर देखा तो कुछ अजीब सा नजर आ रहा था। गौर से देखने पर पता चला कि मगर है। इसकी सूचना तुरंत ही वन अमले को दी गई थी। वन अमले ने मौके पर पहुंच कर गई। वन विभाग की टीम ने मुर्गी को चारा बनाकर करीब चार घंटों की मशक्कत और ग्रामीणों की सहायता से रेस्क्यू कर मगरमच्छ को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
घायल हो गया था मगरमच्छ
कुएं से जब मगरमच्छ को बाहर निकाला जा रहा था। तब मगरमच्छ घायल हो गया। क्योंकि कुएं मेंं दलदल थी जिस वजह से मगरमच्छ को निकाना मुशकिल हो रहा। पर, फिर भी रेस्क्यू टीम ने मगरमच्छ को बाहर निकाल लिया। टीम में महाराज सिंह, मुकेश जमोलिया, राधेश्याम, रमेश, शैलेन्द्र, भगवानदास सेन सहित अन्य ग्रामीण शामिल है।