आगामी 1 जून से प्रस्तावित किसान आंदोलन को लेकर तमाम तरह की अटकलें चल रही हैं। वहीं नर्मदा बचाओं आंदोलन की प्रणेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता मेघा पाटकर 1 जून को नर्मदा बचाओ किसान बचाओ यात्रा लेकर सीहोर पहुंच रही हैं। विभिन्न किसान संगठन आगामी 1 जून से अपनी मांगों को लेकर गांव बंदी आंदोलन की अपील कर रहे हैं। इस आंदोलन को लेकर पुलिस और प्रशासन भी हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं। सामाजिक कार्यकर्ता मेघा पाटकर ने 29 मई को खड़ीघाट सरदार सरोवर बांध क्षेत्र से किसान बचाओ और नर्मदा बचाओ यात्रा शुरु की थी। 1 जून को यात्रा का पड़ाव सीहोर में है।
इस संबंध में अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश महासचिव प्रहलाद दास बैरागी ने बताया कि मेघा पाटकर की यह यात्रा 1 जून को नगर के बालविहार मैदान पहुंचेगी जहां पर शाम 5 बजे किसानों को संबोधित करेंगी और यात्रा के दौरान उस दिन पर मुख्यालय पर ही रुकेंगी। यह पदयात्रा 2 जून को फंदा और 3 जून को लालघाटी भोपाल 4 जून को नीलम पार्क भोपाल पहुंचेगी और 5 जून को सामाजिक कार्यकर्ता मेघा पाटकर की अगुवाई में वल्लभ भवन का घेराव किया जाएगा।
चार जून को नीलम पार्क में होगी जन अदालत
चार जून को यह सभी नीलम पार्क पहुंचेंगे, जहां जन अदालत होगी। उन्होंने बताया कि जन अदालत में पूर्व न्यायमूर्ति गोपाल गोड़ा और अन्य न्यायाधीश सुनवाई करेंगे। अदालत में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के नेता वीएम सिंह योगेंद्र यादव डॉक्टर सुनील, मेघा पाटकर आदि किसानों का पक्ष रखेंगे। जिसके बाद अदालत अपना फैसला सुनाएगी।
फल, दूध, सब्जी विक्रेताओं को सुरक्षा प्रदान करेगा प्रशासन
किसान आंदोलन को लेकर प्रशासन और पुलिस ने कमर कस ली है। किसी भी प्रकार की अनहोनी को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है। प्रशासन ने चप्पे-चप्पे में चौकसी की तैयारी कर ली है। प्रशासन ने किसानों फल दूध और सब्जी विक्रेताओं व्यापारियों को पूरी सुरक्षा प्रदान करेगा। जिला प्रशासन असामाजिक तत्वों पर नजर रहेगी। प्रशासन ने गल्ला मंडी परिसर में किसानों और छोटे सब्जी विक्रेताओं व्यापारियों के बीच जिला प्रशासन के अधिकारियों ने आवश्यक बैठक ली, जिसमें किसानों और व्यापारियों ने जिला प्रशासन को हड़ताल के दौरान अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
किसानों की समस्या सुनने के पश्चात अनुभाग अधिकारी राजकुमार खत्री ने किसानों और व्यापारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि आम नागरिकों की दैनिक जीवन की की वस्तुएं जैसे कि दूध, फल, सब्जी के विक्रय पर किसानों और व्यापारियों के आपसी सहमति से किया जाता है तो जिला प्रशासन उनको पूरी सुरक्षा प्रदान करेगा। यदि किसानों की हड़ताल के दौरान कोई भी असामाजिक तत्व किसानों और व्यापारियों के बीच आकर उनको परेशान करने पर जिला प्रशासन को तत्काल इसकी सूचना दी जाए। बैठक में उपस्थित सीएसपी एसआर सेंगर ने समस्त किसानों और व्यापारियों को पूरी पुलिस व्यवस्था उपलब्ध कराए जाने और सुरक्षा प्रदान करने की बात कही।