scriptमेडम! मेरे पति ने ही मेरी इज्जत पूरी तरह से उछाल दी है… | Madam My husband has raised my respect | Patrika News

मेडम! मेरे पति ने ही मेरी इज्जत पूरी तरह से उछाल दी है…

locationसीहोरPublished: Dec 20, 2017 09:41:05 pm

राज्य महिला आयोग की सदस्य ने की सुनवाई, कई मामले सुलझे तो कई को दी तारीख।

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सीहोर। शादी इसलिए की जाती है कि तुुम पत्नी के साथ मारपीट करो। बहुत ज्यादा घमंड है न तुम्हें, इसे कम कर लो। वरना जेल के अंदर सडऩा पड़ेगा। पत्नी को साथ ले जाना चाहते तो बोलो ठीक से रखोगे या नहीं। तुम कोर्ट मेें प्रूफ करने की कह रहे हो तो जहां बैठे वह भी कोर्ट से कम नहीं है। समझ जाओ, नहीं तो इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। स्थानीय रेस्ट हाउस में प्रदेश राज्य महिला आयोग की संयुक्त बेंच में कुछ इस तरह की बात सुनने को मिली। बेंच में सुनवाई करने आयोग की सदस्य अंजू सिंह बघेल और सूर्या चौहान उपस्थित थीं। बेंच ने कई मामलों में समझाइश के साथ निराकरण कराया। 31 प्रकरण रखे थे, इनमें कई में समझौता हुआ है। जबकि कई खाली हाथ लौट गए।

पति की प्रताडऩा से छोड़ दिया था घर
राजगढ़ के कुरावर निवासी संजू (परिवर्तित नाम) का विवाह बिजौरी निवासी सुमित (परिवॢतत नाम) के साथ साल २०१४ में हुआ था। दंपत्ति कुछ दिन अच्छे से रहे। उसके बाद से ही संजू को ससुराल वाले और पति दहेज सहित अन्य बातों को लेकर प्रताडि़त करना शुरू हो गए थे। गाली-गलौच कर मारपीट करते थे। इससे तंग आकर वह मायके आ गई थी। उसने नरसिंहगढ़ मेें घरेलू हिंसा और सीहोर में पति के खिलाफ दहेज प्रताडऩा का मामला कायम कराया। इसके बाद भी कुछ नहीं हुआ तो दोनों महिला आयोग की बेंच के सामने उपस्थित हुए। यहां आयोग की सदस्य ने सुमित को जमकर फटकार लगाई। सदस्य ने कहा कि पत्नी बनाकर इसलिए लाए थे कि तुम मारपीट करोगे। बेंच ने लड़के के पिता को भी बुलाकर उनसे पूछा कि बहू बनाकर प्रताडि़त करने के लिए ही लेकर गए थे क्या। आयोग ने समझाइश दी, लेकिन कुछ नहीं हो सका। इस कारण बयान दर्ज करने के बाद मामल में पुलिस को आगे की कार्रवाई करने की बात कहीं है।

स्कूल जाते समय छात्रा को करते थे परेशान
आमला मज्जू निवासी एक नाबालिग लड़की का गांव के ही नाबालिग लड़के ने स्कूल जाना मुश्किल कर दिया था। स्कूल जाते समय वह गलत हरकत करता था। इससे तंग आकर उसने थाने में पुलिस को शिकायत दर्ज कराई, बावजूद उसके सुधार नहीं हो सका। नाबालिग छात्रा ने बेंच के सामने मौजूद होकर पूरी हकीकत बताई। पीडि़ता ने सिसकते हुए कहा कि मेडम मेरा आना जाना दिक्कत भरा हो गया है। आयोग की सदस्य ने आरोपी नाबालिग को भी बुलाया और उसको फटकार लगाई। उससे पूछा कि पांच दिन जेल में रहने के बाद भी आखिर क्यों आदत नहीं सुधारी। पीडि़ता के चाचा ने भी बताया कि नाबालिग दिनभर गाने बजाकर आवारा गर्दी करता है। छात्रा ने यह भी बताया कि नाबालिग की हरकतों के कारण उसको छात्रावास में भी नहीं रहने की बात कही है। इससे छात्रावाास में रहने का इंतजाम समाप्त हो गया है। आयोग सदस्य ने छात्रावास अधीक्षिका की जानकारी नोट कर उसको भी ऐसा करने पर तलब करने की बात कहीं है।

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