जानकारी के अनुसार शनिवार को महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री ईमरती देवी इंदौर जा रही थीं। सीहोर से निकलते समय उनका मन हुआ कि सीहोर जिले के कुछ आंगनबाड़ी केन्द्र देख लें। अफसरों से बात कर आंगनबाड़ी केन्द्र का दौरा तय किया। अफसरों ने मंत्री को थूना में संचालित आइएसओ अवार्ड से सम्मानित आंगनबाड़ी केन्द्र दिखाया। मंत्री आंगनबाड़ी केन्द्र देख खुश हो गईं, जबकि हकीकत इससे जुदा है। थूनाकलां से कुछ ही दूरी पर स्थिति रातीखेड़ा, चौंडी आंगनबाड़ी केन्द्र की स्थिति यह है कि यहां महीनों से झाडू नहीं लगा है। रातीखेड़ा आंगनबाड़ी की कार्यकर्ता रातीबड़ में रहती हैं, केन्द्र उनके परिजन संभालते हैं। आंगनबाड़ी केन्द्र के नाम पर यहां बोर्ड तक नहीं है। छोटे से कच्चे कमरे के अंदर सिर्फ दो-तीन कलेण्डर टंगे हैं।
चौड़ी आंगनबाड़ी केन्द्र के दरबाजे पर इतनी गंदगी और घास खड़ी है कि यहां बच्चे तो क्या बड़े भी आने में डरते हैं। देखकर लगता है कि बारिश के दो महीने में यहां झाडू तक नहीं लगा है। मंत्री के साथ जिला कार्यक्रम अधिकारी रचना बुधोलिया, एकीकृत बाल विकास परियोजना अधिकारी अर्चना वाजपेयी, ईसीसी समन्यवयक श्वेता राय, पर्यवेक्षक नीलिमा श्रीवास्तव आदि मौजूद थीं।