इन्हीं सब के बीच मध्यप्रदेश के सीहोर शहर के वार्ड क्रमांक-10 में जलसंकट से जूझ रही जनता रविवार को अपना धैर्य खो बैठी।
जिसके चलते कोतवाली चौराहे पर बड़ी संख्या में लोगों ने जमा होकर चक्काजाम कर दिया। साथ ही यहां प्रदर्शन कर सड़कों पर मटके फोड़े व नगर पालिका के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
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ऐसे में उन्हें हटाने जब पुलिस के जवान पहुंचे तो जनता ने उनकी भी एक न सुनी बल्कि उनको ही यहां से भागा दिया।
करीब डेढ़ घंटे चले हंगामे की सूचना मिलने पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि जसपाल अरोरा पहुंचे तो उनको भी लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। अरोरा ने उनको काफी समझाया और उनकी पानी समस्या को दूर करने का आश्वासन दिया, तब जाकर मानें।
सीहोर शहर में पानी का जलस्तर नीचे जाने से कई हैंडपंप, ट्यूबवेलों ने दम तोड़ दिया है। नगर पालिका भी नलों में नियमित पानी सप्लाई नहीं कर रही है। इस स्थिति में लोगों को पर्याप्त पानी की व्यवस्था करने में रात दिन एक करना पड़ रहा है।
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अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि आधी रात तक लोग पानी भरते नजर आ रहे हैं। जलसंकट त्रासदी से जूझ रही वार्ड क्रमांक-10 की जनता ने रविवार को सड़क पर उतर कोतवाली चौराहे पर चक्काजाम कर दिया। महिला-पुरुष और बच्चों ने मटके तक फोड़े और नपा के खिलाफ नारेबाजी की।
चौराहे पर थमे वाहनों के पहिए
नागरिकों के चक्काजाम से पुराना बस स्टैंड से कोतवाली चौराहा
आने वाले वाहन की आवाजाही ठप हो गई थी। बीच मेंं वाहनों की कतार लगने से फायर ब्रिगेड तक फंस गई थी।
कई चार पहिया वाहन चालकों ने काफी इंतजार किया, लेकिन जब लोग सड़क से नहीं हटे तो उनको वाहन को मोड़कर रास्ता बदलकर निर्धारित मुकाम पर जाना पड़ा।
नागरिकों का आरोप 10 दिन में आ रहा नल
इस वार्ड में करीब साढ़़े तीन हजार से अधिक आबादी निवास करती है। इसमें रानी मोहल्ला, शिवाजी कॉलोनी, गंज बजरिया, डोहर मोहल्ला सहित अन्य कॉलोनी आती है।
नागरिकों का आरोप था कि वार्ड में नपा 8 से 10 दिन में एक बार पानी सप्लाई करती है। यह पानी भी आधे घंटे दिया जाता है और टैंकर बराबर नहीं भेजे जा रहे हैं।
प्राइवेट टैंकर वाले 800 रुपए में एक टैंकर पानी देते हैं। जिसको खरीदना मुश्किल है। ऐसी स्थिति में इधर-उधर से पानी लाकर काम चला रहे हैं।
पानी को लेकर 8 दिन में तीन बार प्रदर्शनजून महीने में यह तीसरा प्रदर्शन था। इससे पहले तोरनिया में महिलाओं ने एसडीओ को घेरकर खरी खोटी सुनाई थी। वहीं तीन दिन पहले आष्टा शहर के बुधवारा में नागरिकों ने विरोध जताया था।
नपा प्रतिनिधि के सामने आक्रोश
नपाध्यक्ष प्रतिनिधि जसपाल अरोरा के सामने भी लोगों ने आक्रोश जताया। लोगों ने कहा कि पिछले कई समय से पानी के लिए परेशानी भोग रहे हैं। अफसर-जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया लेकिन ध्यान नहीं दिया है। अरोरा ने उनको काफी देर तक समझाया और मांग पूरा करने की बात कहीं।
– प्रमोद राठौर, नागरिक वार्ड-10
– ज्योति राठौर, रानी मोहल्ला
– अमीता अरोरा, नपाध्यक्ष सीहोर