पत्रिका का हमदर्द अभियान अब बच्चों को भी भाने लगा है। इस अभियान के तहत बच्चों ने जाना अपने घरों में काम न आने वाले गर्म कपड़े जरूरतमंदों के लिए कितने काम के हो सकते हैं। ऐसा ही एक नजारा मंगलवार को देखने को मिला। राकेश भंडारी के बच्चे गुड्डन और कानू ने अखबार में हमदर्द अभियान के बारे में पढ़ा तो उनका भी मन हमदर्द अभियान में जुडऩे को हो गया। घर से करीब दो दर्जन से अधिक गर्म कपड़े लेकर इन्दौर नाका स्थित कोड़ी घर पहुंच गए। जहां दोनो बच्चों ने अपनी जिद पूरी की और अपने हाथों से गरीब बेसहाराओं को गर्म कपड़े बांटे। इस दौरान कई जरूरतमंद बच्चे और बड़े मौजूद थे। ठंड से बचने गर्म कपड़े मिलने पर इन्होंने झोली भरकर हमदर्द अभियान से जुड़े लोगों को दुआएं दी।
मनाया चिल्ड्रस डे बाल दिवस के अवसर पर जिलेभर में बच्चों ने चिल्ड्रंस डे मनाया था। पापा के साथ निर्धन और जरूरत मंद बच्चों के बीच गुड्डन और कानू ने टॉफी और मिठाई भी बांटी। बच्चों के पिता राकेश भंडारी ने बताया यह पहला मौका था। पत्रिका के हमदर्द अभियान ने अच्छी पहल की है। अपने रिश्तेदार और मित्रों को भी इस अभियान से जोड़ेगें, ताकि गरीब और जरूरत मंदों की मदद हो सके।
गरीबों को बांटे कंबल इधर, विदिशा में सर्दी ने सोमवार की रात जब अपना रंग जमाना शुरू किया तो पत्रिका के हमदर्द अभियान के तहत नगर के समाजसेवी चल पड़े सर्दी में ठिठुरते गरीबों को राहत देने। रेलवे स्टेशन, बस स्टेंड और अस्पताल परिसर में जा-जाकर सर्दी में ठिठुरते लोगों को चिन्हित कर सोते हुए लोगों को कम्बल उढ़ाए।
पत्रिका के हमदर्द अभियान में लायंस क्लब के सेवाभावी लोग सहभागी बने। क्लब के पूर्व डिस्ट्रिक्ट गर्वनर अतुल शाह, रश्मि शाह, क्लब अध्यक्ष जीएस चौहान, सचिव डॉ. स्वप्निल सागर जैन, प्रेम नारायण सर्राफ, राजकुमार सराफ, राजेश जैन प्रीत, बसंत माहेश्वरी, केएन शर्मा सहित अनेक लोग साथ हो लिए और रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर १, २ सहित माल गोदाम के पास और प्रतीक्षालय में सर्दी से ठिठुरते लोगों को कम्बल उढ़ाए। कई सोते हुए लोगों को पता ही नहीं चलने दिया गया कि कौन उन्हें यंू गर्म कपड़ों में लपेट कर चला गया। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर २ की एक बेंच पर हाथ पैर से अपंग व्यक्ति सिकुड़ा हुआ सो रहा था। लायंस क्लब के सेवाभावी लोगों ने वहां पहुंचकर उसकी हालत देखी और तत्काल कम्बल उढ़ाया।