जानकारी के अनुसार बुधनी क्षेत्र के गोंडी मोहल्ला निवासी नौ वर्षीय शेखर पर्ते पिता किशोर पर्ते सोमवार की दोपहर साढ़े 12 बजे जंगल में लकड़ी बीनने के लिए गया था। बताया जाता है कि ट्रैक्टर केन्द्र (टीटीसी) के कक्ष के पास टाइगर ने अचानक मासूम पर हमला बोल दिया। इसके बाद टाइगर मासूम को जंगल में घसीट कर ले गया। बाद में उसे छोड़कर भाग गया। मौके पर पहुंचीं वन विभाग की टीम ने इलाके में सर्चिंग शुरू कर दी है।
मृतक मासूम का शव बुदनी के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर पीएमए के लिए भेजा गया है। सूचना पर सीहोर से वन सरंक्षक मनोज अर्गल भी मौके पर पहुंच गए हैं। इस मामले में रेंजर एनके खरे का कहना है कि एक माह के भीतर टाइगर के हमले से दूसरी मौत है। बताते चलें कि इसके पहले 20 अक्टूबर को बुधनी क्षेत्र में ही खंडाबड़ गांव की कक्षा 5 की छात्रा नीतू पिता सुरेश अपनी बहन भाई के साथ जंगल में लकड़ी बीनने गई थी। उस समय भी टाइगर ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया था।
लगातार बढ़ रहे हैं हमले
जंगल में लगातार बाघ के हमले बढ़ रहे हैं। पिछले एक माह में दो मौतों के बाद भी वन विभाग द्वारा इसे गंभीरता से न लिया जाना अब लोगों को खटकने लगा है। वन विभाग के अफसर लगातार बाघ की सर्चिंग की बात कह रहे हैं, लेकिन अब तक विभाग इसका सुराग तक नहीं लगा पाया है।