एक साल पहले शुरू हुआ था काम…
२१ दिसंबर २०१७ को इस पुल का काम शुरू हुआ था। ब्रिज कार्पोरेशन के अधिकारियों की माने तो करीब २ करोड़ ८० लाख रुपए की लागत से यह पुल बन रहा है। एक साल में अब तक देखा जाए तो सिर्फ आधा ही काम हुआ है। वहीं ऐसे ही काम चला तो और भी कई महीने लग सकते हैं। इसके चलते ब्रिज कार्पोरेशन ने भी इसमें सख्ती दिखाना शुरू कर दी है। ठेकेदार को लेटलतीफी के चलते नोटिस जारी किया है। इसमें जल्द ही काम चालू पूरा करने की बात कहीं है। ऐसा नहीं किया तो पेनाल्टी के रूप में राशि वसूलने का भी जिक्र किया गया है।
२० गांव के ग्रामीणों का होता है आवागमन…
इस पुल से प्रतिदिन २० गांव से अधिक गांव के लोगों का आवागमन होता है। सिद्दीकगंज, धुराड़ा कलां, कातला, धींगाखेड़ी, बुरानाखेड़ी, गोविंदपुरा, बरखेड़ी, सुशीलनगर, जसमत, देहमत, पगारिया, सामरी बौंदा, सामरी मान सिंह, श्यामपुरा, बर्रूखाल, रूपकुंड, खाचरोद, बाचपा बरामद, नीलबड़, आदि के लोग आते जाते हैं। अभी की स्थिति में उनको खराब पुल से आवाजाही में सिवाय दिक्कत के कुछ नहीं मिल रही है।
आष्टा ब्लॉक में पार्वती और पपनास नदी पर बना पुल भी खराब हालत में पहुंच गया है। यह ऊपरी स्तर पर अच्छा भले ही दिख रहे हो, लेकिन अंदरूनी स्तर पर कमजोर हो चुके हैं। पार्वती नदी के पुल में तो दरार भी पड़ गई है। जिससे हमेशा आने जाने वालों की जान जोखिम में बनी रहती है। इनको बनाने के लिए प्रस्ताव तो भेजे गए, लेकिन उस पर मोहर नहीं लग सकी है। जिससे यह पुल अपनी दुहाई का दुखड़ा सुना रहे हैं।
नोटिस जारी किया है
नदी में बन रहे पुल का काम स्लो गति से चलने के कारण हमारी तरफ से संबंधित ठेकेदार को नोटिस जारी है। इसमें काम तेज करने की बात कहीं है। ऐसा नहीं किया तो पेनाल्टी के रूप में राशि की वसूली जाएगी।
राजेश कुमार गुप्ता, इंजीनियर ब्रिज कार्पोरेशन सीहोर