आमजन की राह आसान करने जिले में नदी और नालों पर पुल बनाएं जा रहे हैं। शुरूआत से ही इनके कार्य में लापरवाही सामने आने से एक भी बनकर तैयार नहीं हुए हैं। इस कारण लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले चार महीने से बंद पड़े कार्य का दोबारा श्रीगणेश कराने अफसरों की नींद खुली है। इसमें निर्माण एजेंसी को चार दिन बाद काम शुरू करने का कहा गया है। वहीं जिन पुल का 70 प्रतिशत से अधिक काम हो गया है, उसे दिसंबर तक किसी भी स्थिति में पूरा करने ेका अल्टमेटम दिया है। खास बात यह है कि कई पुल की तो निर्धारित डेडलाइन तक निकल गई है।
सीहोर में पुल की क्या है स्थिति
सीहोर में इंदौर नाका से भोपाल नाका के बीच नदी और नाले में पांच करोड़ की लागत से तीन पुल बन रहे हैं। इसमें एक इंदौर नाका, दूसरा अस्पताल चौराहा और तीसरा टाउन हाल के पास का पुल हैं। जबकि चौथा सीवन नदी में हनुमान फाटक के पास बन रहा है। इसमें इंदौर नाका और टाउन हाल के पास वाला पुल तो 80 प्रतिशत से अधिक बन गए हैं। जबकि अस्पताल चौराहा और हनुमान फाटक के पास का काम अधूरा है।
जावर, सिद्दीकगंज में अधूरा काम
जावर में नेवज नदी और सिद्दीकगंज में पार्वती नदी में पुल बनना है। जिनका कई समय पहले काम शुरू हुआ था, लेकिन यह भी नहीं बन सकें हैं। सिद्दीकगंज में पुल निर्माण कार्य में सुस्त गति अपनाने को लेकर ब्रिज कार्पोरेशन ने निर्माण एजेंसी को नोटिस जारी किया था। उसके बावजूद कुछ नहीं हुआ है। लोगों का कहना है कि जो पुल उनके लिए महत्वपूर्ण है उनको ही अफसर अनदेखा करने में जुटे हैं।
इस बार लगातार बारिश होने के कारण नदी के उफान आने से कई बार लोगों का सड़क संपर्क कट गया था। जिससे उनको काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। जावर तहसील के गांव कुरावर के समीप दूधी नदी में पुल बनाने 2 करोड़ 80 लाख रुपए स्वीकृत हुए थे।
दो साल पहले निर्माण एजेंसी ने सिर्फ गड्ढे खोदकर काम बंद कर दिया था वह आज तक चालू नहीं हो सका है। जिससे 20 गांव के लोग परेशानी भोग रहे हैं। उनको नदी में पानी रहने तक चक्कर खाते हुए या फिर जान जोखिम में डालकर पार करना पड़ती है। अफसर अब जरूर कह रहे हैं कि पुल का दोबारा टेंडर जारी हो गया है। निर्माण एजेंसी से एग्रीमेंट होने की प्रकिृया चल रही है उसके बाद पुल बनाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि कुरावर, हाजीपुर, करमनखेड़ी, भंवरी, मूंडला, मुरावर, पलासी, खामखेड़ा बैजनाथ, कानियाखेड़ी, अरनिया गाजी, पलासी आदि गांव के लोगों का आना जाना होता है।
शुरू करने निर्देशित
जिले में विभाग से संबंधित जितने भी पुल का काम बंद है उनका कार्य 15 अक्टूबर से चालू करने निर्माण एजेंसी को निर्देशित किया है। इसके बाद भी किसी ने लापरवाही दिखाई तो उसके खिलाफ नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
कल्याणसिंह ठाकुर, सब इंजीनियर ब्रिज कार्पोरेशन