भोपाल-इंदौर सिक्स लेन ग्रीन एक्सप्रेस-वे को लेकर अफसरों ने बताया कि इसे एक प्रमुख राजमार्ग के रूप में विकसित किया जाएगा। प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे एक आदर्श राजमार्ग बनेगा, जिसके दोनों तरफ लॉजिस्टिक पार्क, लॉजिस्टिक हब, स्मार्ट सिटी और आईटी पार्क विकसित किए जाएंगे। इसके निर्माण से लोगों को भोपाल-इंदौर-भोपाल आवागमन में काफी सहूलियत होगी और वाणिज्यिक गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी।
साल के अंत तक भूमि अधिग्रहण
प्रस्तावित भोपाल-इंदौर सिक्स लेन ग्रीन एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि अधिग्रहण का काम साल 2019 के अंत तक किया जाना है। इसकी जिम्मेदारी आईएएस डॉ. सुदाम खाड़े को दी गई है। भूमि अधिग्रहण के बाद जून 2020 तक सड़क निर्माण के लिए निर्माण एजेंसी फाइनल की जाएगी और इसके बाद साल 2023 तक एक्सप्रेस-वे का निर्माण पूर्ण करने का प्लान है।
एक नजर में भोपाल-इंदौर एक्सप्रेस-वे
– भोपाल से इंदौर तक 6 लेन के लिए 1029 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण।
– ये एक्सप्रेस-वे मंडी से सीहोर होता हुआ आष्टा और यहां से इंदौर पहुंचेगा।
– भोपाल और इंदौर के बीच सात जगह पर एक्सप्रेस वे में प्रवेश और निकास के लिए रोड कनेक्ट होंगी।
– भूमि अधिग्रहण की अनुमानित लागत 514 करोड़ रुपए है।
– वन भूमि डायवर्सन अनुमानित लागत 18 करोड़ रुपए है।
– एक्सप्रेस-वे के निर्माण की अनुमानित लागत 2 हजार 500 करोड़ रुपए है।
वर्जन….
– भोपाल-इंदौर सिक्स लेन ग्रीन एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए भोपाल की टीम के साथ कई गांव का दौरा किया है। ग्रामीणों से बातचीत भी की है। भोपाल-इंदौर सिक्स लेन ग्रीन एक्सप्रेस-वे बनने से सीहोर जिले को बहुत फायदा होगा।
अजय गुप्ता, कलेक्टर सीहोर