पुलिस के अनुसार गुना के महेशपुरा चांचोड़ा निवासी भगवान सिंह मीणा (42) भोपाल में शिक्षक थे। रविवार को छुट्टी के दिन वह अपनी पत्नी रमश्री मीणा (38), बेटा प्रतीक मीणा (12), गार्गी उर्फ सौम्या मीणा (05) के साथ बाइक पर सवार होकर चितावलियाहेमा स्थित कुबेरेश्वर धाम पंडित प्रदीप मिश्रा के आश्रम आ रहे थे। भोपाल-इंदौर हाइवे पर दोपहर करीब डेढ़ बजे मॉडल स्कूल के पास अचानक उनकी बाइक के सामने एक कुत्ता आ गया, जिसे बचाने के चक्कर में बाइक का संतुलन बिगड़ा और वह डिवाइडर से टकराते हुए सड़क पर जा गिरी। हादसे में बाइक पर सवार चारों लोग गंभीर घायल हो गए, जिनको इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया, लेकिन रास्ते में ही बेटी गार्गी की मौत हो गई। भगवान सिंह, रमश्री, प्रतीक मीणा को जिला अस्पताल लाया गया, जहां से ड्यूटी डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें भोपाल रेफर कर दिया। घायलों को भोपाल ले जाने के लिए अस्पताल में एबुलेंस नहीं थी, हादसे के शिकार परिवार के साथ कोई परिचित भी नहीं था, नतीजन भगवान सिंह करीब 40 से 45 मिनट अस्पताल में स्ट्रैक्चर पर तड़पता रहा और फिर उसकी मौत हो गई।

एक एम्बुलेंस सीएम ड्यूटी में, दूसरी खराब
जिला अस्पताल में दो एम्बुलेंस हैं। एक रेहटी सीएम ड्यूटी में डॉक्टरों को लेकर गई है और दूसरी खराब है। बताया जा रहा है कि दूसरी एम्बुलेंस गैरेज ठीक होने के लिए भेजी है। रविवार को जिला अस्पताल में सरकारी एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं थी, जिसके चलते 4 मिनट से ज्यादा समय तक दर्द बर्दाश्त करने के बाद हादसे में घायल भगवान सिंह ने तड़पते हुए दम तोड़ दिया। भगवान सिंह की मौत के बाद अस्पताल में एबुलेंस पहुंची, जिससे रामश्री मीणा और प्रतीक को इलाज के लिए भोपाल अस्पताल भिजवाया गया। कुछ लोग बता रहे हैं कि जिला अस्पताल से समय पर भगवान सिंह को भोपाल भेज दिया जाता तो संभवत: उसकी मौत नहीं होती।

अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर घर-घर से मांगेंगे समर्थन
सीहोर. जिला अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर युवा नेता गौरव सन्नी महाजन लंबे समय से नाराज हैं। कुछ दिन पूर्व उन्होंने सिविल सर्जन डॉ. अशोक मांझी का पुतला जलाने की अनुमति भी प्रशासन से मांगी थी, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई। रविवार को उन्होंने एक बार फिर से सीहोर जिला अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर आंदोलन करने का एलान किया है। उन्होंने बताया कि सीहोर शहर में 500 से अधिक कार्यकर्ता सरकारी अस्पताल में जारी भ्रष्टाचार व अव्यवस्थाओं को लेकर घर-घर पहुंचकर समर्थन मागेंगे। उन्होंने बताया कि सीटी स्कैन मशीन अस्पताल में होते हुए भी कई साल तक मरीजों से 2250 रुपए की वसूली कराई गई। उन्होंने बताया कि घर-घर से हस्ताक्षर युक्त शिकायती फार्म एकत्रित कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यालय भेंजेंगे। रविवार को उन्होंने अस्पताल के खिलाफ शुरु की जा रही मुहिम की तैयारियों को लेकर कार्यमंगलम में बैठक की। महाजन ने कहा की जिला अस्पताल में समय पर एम्बुलेंस नहीं पहुंचने से दुर्घटना में घायल पिता-पुत्री की मौत हो गई है। अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही बर्दाश्त से बाहर हो गई है। जिला अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट की पदस्थापना होने के बावजूद सोनोग्राफी मशीन बंद पड़ी है। अस्पताल में छोटे-छोटे ऑपरेशन भी नहीं किए जा रहे हैं। डिलेवरी के अधिकतर प्रकरण प्रायवेट अस्पताल में रेफर किए जा रहे है। हाल ही में मरीजों को एक्सपायरी डेट की ग्लूकोज ड्रिप लगाने का मामला भी सामने आया था, लेकिन जिला प्रशासन ने इसमें कोई कार्रवाई नहीं की। बैठक में गोविंद राठौर, ज्ञान प्रकाश माथुर, मूलचंद्र छाया, विनोद यादव, राजेश राय, देवेंद्र राठौर, तुलसीराम राठौर, नारायण सिंह, बिल्लू जोशी, शंकर महेश्वरी, लक्ष्मी प्रसाद, कमल प्रजापति, कमलेश अग्रवाल, महेश राठौर, संजय मिश्रा, संजय यादव, कमलेश महेश्वरी आदि उपस्थित थे।

घायल की मौत से पिघला पंडित मिश्रा का दिल, एम्बुलेंस देने का एलान
बाइक पर सवार होकर भोपाल से सीहोर चितावलियाहेमा पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम आ रहा परिवार सड़क हादसे का शिकार हो गया। जिला अस्पताल में एम्बुलेंस नहीं होने को लेकर हादसे के शिकार पिता-पुत्री ने रविवार दोपहर दम तोड़ दिया। जब यह बात कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा तक पहुंची तो वह काफी दु:खी हुए और शाम को जब चर्च ग्राउंड में आयोजित एक खेल प्रतिभा सम्मान समारोह में पहुंचे तो यहां पंडित प्रदीप मिश्रा ने जिला अस्पताल को विठलेश सेवा समिति की तरफ से एम्बुलेंस देने का एलान किया। कथावाचक मिश्रा ने कहा कि वह अपने पिता की स्मृति में सीहोर अस्पताल को एम्बुलेंस भेंट करेंगे। कार्यक्रम में आगे उन्होंने खेल प्रतिभाओं को सम्मानित किया। इस मौके पर सांसद प्रतिनिधि प्रदीप वशिष्ट, कमलेश अग्रवाल, मनोज दीक्षित, शिव आर्य, आरसी जैन, सत्यनारायण वारिया आदि उपस्थित थे।