एक तरफ जहां ज्योतिष शास्त्री मौसम विज्ञान के आंकड़े के आधार पर मौसम की भविष्यवाणी करते हैं। वहीं प्राकृतिक जीव-जंतु भी भविष्य की सूचना देने में पीछे नहीं है। लोक मान्यता अनुसार टिटहरी का अंडे देना बारिश के लिहाज से शुभ संकेत माना जाता है।
ग्रामीण मानते है की टिटहरी जितने अंडे देती है। उतने ही माह बारिश होती है। टिटहरी एक ऐसा पक्षी होता है जो गर्मी के दिनों में मानसून आने से पहले अंडे देता है जिससे किसान यह अंदाज लगा लेते हैं की मानसून किस प्रकार का रहेगा। साल में किसान बारिश होने और नहीं होने का अंदाजा टिटहरी से लगाते हैं।
वर्ष के शुरू होने से पहले गर्मी में ही यह पक्षी अंडे देता है जिससे किसान बारिश का अंदाजा लगा लेता है। यह अंदाजा काफी हद तक सटीक भी बैठता है। हर साल की तरह इस साल भी टिटहरी ने कई जगह चार अंडे रखकर चार माह बारिश होने का संकेत दिया है। यदि किसानों का यह अनुमान सही निकला तो दोनों खरीफ और रबी फसल में किसानों की बल्ले-बल्ले रहेगी। बाजार गुलजार रहेंगे व लोगों को जलसंकट से छुटकारा मिल सकेगा।