जानकारी के मुताबिक साल 2016-17 और 2018-19 में जिला प्रशासन ने सीहोर जिले में करीब 25 हजार 598 प्रधानमंत्री आवास बनाने का लक्ष्य रखा था, जिसमें से सरकारी रेकॉर्ड के मुताबिक अभी तक 25 हजार 588 को पहली, 25 हजार 294 को दूसरी, 24 हजार 996 को तीसरी और 18 हजार 635 को चौथी किश्त मिल गई है। जिला प्रशासन का दावा है कि जिले में इस टारगेट से 24 हजार 241 प्रधानमंत्री आवास का निर्माण हो गया है, लेकिन हकीकत यह है कि कई हितग्राहियों के आवास अभी पूरी नहीं हुए है। कुछ ने तो अंतिम किश्त मिलने के बाद भी आवास का निर्माण पूरा नहीं किया है।
गांव से ज्यादा नगरीय क्षेत्र में हालत खराब
प्रधानमंत्री आवास योजना की स्थिति ग्रामीण क्षेत्र से ज्यादा नगरीय क्षेत्र में खराब है। सीहोर नगर पालिका क्षेत्र में तो हितग्राही सालों से नगर पालिका के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें समय पर पैसा नहीं मिल रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना की नगर पालिका से समय पर किश्त नहीं मिलने को लेकर बीते छह महीने में महिलाएं तीन बार प्रदर्शन कर चुकी है। प्रभारी मंत्री आरिफ अकील की जनसुनवाई में भी सबसे ज्यादा इसी की शिकायत आई थी, जिस पर प्रभारी मंत्री ने तत्कालीन नगर पालिका सीएमओ ईशांक धाकड़ को सात दिन में समस्या का निराकरण करने के आदेश दिए, लेकिन अभी तक प्रधानमंत्री आवास योजना की किश्त जारी करने का सिस्टम पटरी पर नहीं आया है। वर्तमान में करीब 670 हितग्राही आवास की किश्त के लिए नगर पालिका के चक्कर लगा रहे हैं।
प्रधानमंत्री आवास की ग्रामीण क्षेत्र में स्थिाति
ब्लॉक लक्ष्य पूर्ण अपूर्ण
आष्टा 7329 7037 292
बुदनी 3278 3098 180
इछावर 5064 4781 283
नसरुल्लागंज 5467 5151 316
सीहोर 4460 4174 286
वर्जन…
– भौतिक सत्यापन कर सभी हितग्राहियों को राशि की उपलब्धता के आधार पर आवास की किश्त मुहैया कराई जा रही है। कुछ हितग्राहियों को अभी पहली किश्त नहीं मिली है, उनके दस्तावेज की भी जांच करा रहे हैं।
अमरसत्य गुप्ता, सीएमओ नगर पालिका सीहोर