आरएके कॉलेज के स्टूडेंट्स ने कॉलेज से लेकर एसडीएम कार्यालय परिसर तक रैली निकालकर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सभी स्टूडेंट्स ने एकजुट होकर यही कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में प्रायवेट कॉलेजों का दखल बंद होना चाहिए। शिक्षा का निजीकरण पूर्व से सरकारी संस्थानों में पढ़ रहे छात्रों के हितों पर कुठाराघात करने वाला है। प्रायवेट कॉलेज संचालक मनमानी फीस लेकर अयोग्य बच्चों को एडमिशन देकर डिग्री दे देते हैं, जिससे की योग्य बच्चों को अवसर नहीं मिल पाता है।
स्टूडेंट्स की मांग
– राज्य सरकार सभी प्रायवेट कृषि कॉलेजों एवं प्रायवेट यूनिवर्सिटी को आईसीएआर की गाइडलाइन का पालन करने को कहे।
– प्रायवेट कॉलेजो से बीएससी कृषि विषय से स्नातक की परीक्षा पास करने वाले स्टूडेंटों को जहवार नेहरु कृषि यूनिवर्सिटी एवं आरबीएसकेवीवी ग्वालियर में मास्टर की डिग्री के लिए आवेदन देने से रोका जाए।
– राज्य की दो शासकीय कृषि यूनिवर्सिटी से पिछले दस साल में करीब 20 हजार स्टूडेंट डिग्री लेकर निकले हैं, जो कि बैरोजगार घूम रहे हैं। उन्हें रोजगार दिया जाए।
– राज्य सरकार द्वारा कृषि विभाग में लंबे समय से रिक्त पदों की भर्ती नहीं की गई है रिक्त पदों की भर्ती की जाए।
– मंदसोर के उद्यानिकी कॉलेज से स्नातक कर चुके स्टूडेंट को बीएससी कृषि के समक्ष मान्यता दी जाए।
– मृदा विज्ञान लैबोटरी का पूरे प्रदेश में निजीकरण किया जा रहा है, जो कि अनुचित है इसे रोका जाए।