मंगलवार को जिले के कांग्रेसियों ने राफेल घोटाले को लेकर तहसील चौराहे से पैदल मार्च निकाला। राफेल में हुए करोड़ों के घोटाले को लेकर पर्दाफाश करने कांग्रेसी आवारा जानवर पर प्रधानमंत्री के पुतले का बैनर लगाकर कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। कांग्रेस नेता नारेबाजी करते हुए कलेक्टर तरूण कुमार पिथौड़े को ही ज्ञापन सौंपने अड़े हुए थे, लेकिन कलेक्टर के उपस्थित नहीं होने पर डिप्टी कलेक्टर शैलेन्द्र हिनोतिया ज्ञापन लेने पहुंचे। इस दौरान पुलिस और कांग्रेसियों के बीच धक्का मुक्की हो गई। ज्ञापन सौंपने के दौरान पर्यवेक्षक और पूर्व सांसद आनंद अहिरवार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेन्द्र सिंह ठाकुर, इछावर विधायक शैलेन्द्र पटेल, कांग्रेस उपाध्यक्ष कमलेश कटारे, केशव चौहान सहित अन्य कार्यकर्ताओं को पुलिस की धक्का-मुक्की का सामना करना पड़ा।
धक्का-मुक्की में कांग्रेस पर्यवेक्षक और पूर्वसांसद आनंद अहिरवार और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता धर्मेन्द्र ठाकुर का कुर्ता फट गया। वहीं कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ता नीचे गिर पड़े। इस दौरान दोनों पक्षों में टकराव की स्थिति निर्मित हो गई। इसके चलते कांग्रेसी बिफर पड़े। कांग्रेसियों ने पुलिस प्रशासन से माफी मांगने को लेकर जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस के युवा अध्यक्ष राजीव गुजराती ने बताया कि पुलिस लाठी चार्ज के मूड में थी। पुलिस द्वारा माफी मांगने और महिला टीआई संध्या मिश्रा के अनुरोध पर मामला शांत किया गया। विधायक शैलेन्द्र पटेल ने बताया कि हम गांधीवादी तरीके से ज्ञापन सौंपने गए थे। पुलिस ने धक्का-मुक्की की है। पुलिस का काम लॉ एंड आडर बनाना होता है, न की लॉ एंड आडर बिगाडऩे का।
इसके पहले कांग्रेस कार्यकर्ता हाथ में तखतियां लेकर तहसील कार्यालय से होते हुए राफेल घोटाले को उजागर करने की मांग करते हुए प्रमुख चौराहे से कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। जहां राष्ट्रपति के नाम डिप्टी कलेक्टर शैलेन्द्र हिनोतिया को ज्ञापन सौंपा। जिसमें शीघ्र ही दोषियों को सजा दिलावाई जाए एवं देश के साथ हुए इस भारी घोटाले को देश की जनता के सामने उजागर किया जाने मांग की गई। इस अवसर पर इछावर विधायक शैलेन्द्र पटेल, कार्यकारी अध्यक्ष राहुल यादव और जिलाध्यक्ष रतन सिंह ठाकुर, कांग्रेस उपाध्यक्ष कमलेश कटारे, राजाराम कसोटिया, कार्यकारी अध्यक्ष नईम नवाब, कार्यकारी ब्लाक अध्यक्ष फारुक अंजुम, भूरा यादव, राकेश वर्मा सहित अनेक कांग्रेसी मौजूद थे।
रैली में एक बार फिर नजर आई गुटबाजी पैदल मार्च के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारियों के बीच गुटबाजी साफ तौर पर नजर आई। रैली में चल रहे पदाधिकारी अपने-अपने कार्यकर्ताओं के साथ अलग-अलग चलते नजर आए। इस को लेकर जिला अध्यक्ष ने भी कार्यकर्ताओं की जमकर क्लास ले ली।
इनका कहना है कांग्रेस के ज्ञापन के दौरान धक्का-मुक्की वाली कोई बात नहीं हुई। कानून व्यवस्था के दौरान कई बार ऐसी स्थिति बन जाती है। कांग्रेस नेताओं को समझाइश देने पर वह मान गए।
समीर यादव, एएसपी सीहोर