scriptबाहरी छोड़ प्रभु की सुंदरता को निहारों यह दोनों लोक सुधार देगी- पुरोहित | Praising the beauty of God leaving the outside, both of these people w | Patrika News

बाहरी छोड़ प्रभु की सुंदरता को निहारों यह दोनों लोक सुधार देगी- पुरोहित

locationसीहोरPublished: Nov 12, 2019 12:40:46 pm

Submitted by:

Anil kumar

कलश यात्रा के साथ किया गया सात दिवसीय भागवत कथा का शुभारंभ

भागवत कथा

भागवत कथा

सीहोर.
संयमी व्यक्ति ही भगवत कृपा प्राप्त करता है। वाणी और कान हमें भगवत भक्ति के मिले हैं। कान हमें भागवत, सत्संग सुनने के लिए प्राप्त हुए हैं। कथा में आओं तो कथा के ही बनकर रहो। हमारी जैसी दृष्टि होती है वैसी ही सृष्टि दिखाई देती है। इस सृष्टि में जिसे देखकर प्रशन्नता मिलती है तो वह है भगवान का स्वरूप।

यह बात शहर के चाणक्यपुरी स्थित सांई मंदिर के समीपस्थ सात दिवसीय भागवत कथा के पहले दिन पंडित अजय पुरोहित ने कहीं। पहले दिन सुबह कलश यात्रा निकाली गई। कथावाचक पुरोहित ने कहा कि आप जिस पल भी गोविंद का दर्शन करेंगे स्वयं को तरोताजा पाएंगे। इसलिए बाहरी सुंदरता को छोड़कर प्रभु की सुंदरता को निहारों यह सुंदरता आपके दोनों लोक सुधार देगी। जबकि सांसारिक सुंदरता आपके दोनों की लोक को बिगाडऩे का कार्य करती है। उन्होंने कहा कि अभी प्राणी के साथ समस्या यह हो गई है कि वो पूरी तरह से परमात्मा को पहचान नहीं पा रहा है। यही कारण है कि जो हमारा कभी नहीं हो सकता वो उसको पकडऩे में लगा है। मनुष्य केवल मनुष्य को पकडऩे में लगा हुआ है पर वो जानता ही नहीं है कि यह उसके कभी हो नहीं सकते हैं और जो उसका होने के लिए सदा तैयार है। परमात्मा उसको पकडऩे के लिए वो तैयार ही नहीं है।

राजा परीक्षित सुखदेव मिलन का वर्णन आज
आयोजन समिति के मदनलाल गौड़ ने बताया कि कथा दोपहर एक से शाम चार बजे तक चल रही है। मंगलवार को राजा परीक्षित सुखदेव मिलन, बुधवार को धु्रव चरित्र, गुरुवार को भक्त प्रहलाद चरित्र के साथ भगवान श्रीकृ ष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। शुक्रवार को भगवान श्रीकृ ष्ण की बाललीला, शनिवार को माता रुकमणी विवाह और रविवार को सुदामा चरित्र के अलावा हवन पूजन और महाप्रसादी का वितरण किया जाएगा।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो