इस दौरान नगर पालिका के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध जताया। वहीं कहा कि अब उच्च स्तर पर इसकी शिकायत दर्ज कराएंगे और जरूरत पड़ी तो आंदोलन करेंगे।
करीब ५०० की आबादी वाले इंदिरा नगर में वर्तमान में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। यहां पक्की सड़क, नाली तक नहीं बनी है। इससे घरों से निकलना वाला गंदा पानी निकासी के अभाव में उखड़-खबड़ रास्ते पर आकर बह रहा है। इससे प्रतिदिन लोगों को दिक्कत उठाते हुए आवाजाही करना पड़ रही है।
वहीं कच्ची नाली में लंबें समय से भरा पानी सडऩे से बदबू मारने के साथ ही मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। विरोध कर रहे नागरिकों ने बताया कि पिछले कई साल से कॉलोनी में यही स्थिति है। बावजूद इसके किसी ने ध्यान नहीं दिया है।
नागरिकों का यह तक कहना है कि पाइप लाइन तो बिछाई है, लेकिन उसमें पानी नहीं आता है। आक्रोशित नागरिकों का आरोप है कि जनप्रतिनिधि चुनाव के समय वोट लेने उनके पास आते हैं।
चुनाव होने के बाद पांच साल तक वार्ड में क्या स्थिति है और कैसे लोग परेशानी भुगत रहे हैं उसे देखने नहीं आते हैं। पिछले चुनाव से अब तक यही स्थिति है। लापरवाही का आलम यह है कि हालात में कोई परिवर्तन नहीं आया है, उल्टा समस्या कम होने की बजाए बढ़ गई है। बता दे कि वार्ड क्रमांक दो में कई जगह खाली प्लाट भी जलमग्र है।
नहीं लेते हैं सुध
तीन दिन पहले शुगर फैक्ट्री चौराहे के सामने गोपालपुरा क्षेत्र के लोगों ने भी नारेबाजी की थी। नागरिकों का कहना था कि फूटी पाइप लाइन और जर्जर सड़क की जिम्मेदार मरम्मत नहीं कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि इस प्रकार की स्थिति अन्य कई वार्ड में आसानी से देखी जा सकती है।
इसमें मंडी क्षेत्र में एक अटल बिहारी कॉलोनी भी शामिल है। यहां सड़क, नाली सहित अन्य सुविधा देखने को नहीं मिलेगी। जबकि इस कॉलोनी में गरीब तबके के लोग ही निवास करते हैं। लोगों का आरोप है कि नगर पालिका उनकी समस्या को दूर करना नहीं चाहती है। यही वजह है कि वर्षों की समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है। जिससे लोग खासे परेशान हैं।
इंदिरा नगर में रोड, नाली बनाने का स्टीमेट बनाकर तैयार किया है। एक महीने में टीएस आ जाएगी। उसके बाद टेंडर जारी होते ही रोड, नाली का निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा।
– धर्मेंद्र भिलालाू, पार्षद वार्ड क्रमांक दो