एक दिन पहले शुक्रवार शाम को तेज बारिश होने के बाद यह थम गई थी।आधी रात को फिर इसने पलटी मारी और तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो गया।यह दूसरे दिन तक रुक-रुककर बरसती रही।इसके बाद भी शाम तक आसमान पर काले बादल मंडराते रहे।अब तक हुई इस बारिश से खेतों में पड़ी सोयाबीन की फसल तरबतर हो गई।इससे उसके खराब होने के सबसे ज्यादा आसार बने हुए हैं। इस बारिश से फायदा कम और नुकसान ज्यादा होगा।यह इसलिए कि अधिकांश किसानों की फसल पककर तैयार हो चुकी है।इसकी वह कटाई करने में जुटे थे।ऐसे में यह बारिश फसल को सड़कार खराब या फिर सोयाबीन को दागी कर देगा।इससे उसका किसानों को मनमाफिक भाव नहीं मिल सकेगा।जिले के आष्टा, सीहोर, नसरूल्लागंज में सबसे ज्यादा बारिश होने की बात सामने आई है।पिछले २४ घंटे के अंदर एक इंच के करीब बारिश हो चुकी है।वहीं एक इंच और भी होने की संभावना है।इधर बारिश से किसानों के चेहरे की खुशी उदासी में बदल गई है।किसानों ने बताया कि यह बारिश रूकी नहीं तो आंखों के सामने फसल को बर्बाद कर देगी।बारिश से कटाई काम थम गया है।इधर कृषि विभाग अब तक हुई इस बारिश से नुकसान नहीं होने की बात कह रहा है।वहीं जिन किसानों ने फसल कटाई कि है वह नुकसान होने की बात कह रहे हैं।
खुले में रखा गेहूं भीगा तकीपुर वेयर हाउस पर खुले में रखा कई बोरी का गेहूं बारिश से बच नहीं पाया।हालांकि कई बोरियों की छल्लियों को तिरपाल आदि से ढक दिया था।बावजूद इसके काफी गेहूं भीगने से खराब हो गया।आनन-फानन में प्रबंधन ने जितने बचे गेहूं को अलग निकलकर सुरक्षित स्थान पर रखवाया।जिससे कि बेकार नहीं हो सकें।
आगे क्या है संभावना मौसम वैज्ञानिक एसएस तोमर की माने तो आगामी २४ घंटे में तेज बारिश के आसार हैं। इस दौरान एक इंच के करीब बारिश हो सकती है।इसके बाद यह दौर सुस्त पड़ेगा।हालांकि तीन-चार दिन तक मौसम ऐसे ही बना रहेगा।इससे तापमान में गिरावट आएगी।२२ सितंबर को अधिकतम तापमान २८.५ और न्यूनतम १८.५ दर्ज किया गया।
यह हैकृषि विभाग की सलाह इस साल जिले में खरीफ फसल का रकबा ३ लाख ५२ हजार हेक्टयेर है। इसमें २ लाख ७० हजार हेक्टेयर में सोयाबीन का रकबा है।कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी हैकि जब तक मौसम नहीं खुले तब तक वह फसल की कटाई नहीं करें।जिन किसानों ने कटाई की हैवह मौसम के हिसाब से उसको पलटते रहे।
जारी रहेगी बारिश मौसम में आए परिवर्तन से अगले २४ घंटे तक तेज बारिश के आसार बने हुए हैं।इसके बाद यह सुस्त पड़ जाएगी।तीन-चार दिन ऐसे ही मौसम रहेगा। एसएस तोमर, मौसम वैज्ञानिक आरएके कॉलेज सीहोर
कटाई नहीं करें बारिश की स्थिति बनी हुई है, उसे देख किसान फसल कटाई नहीं करें।अभी कहीं पर भी फसल खराब नहीं हुई है।कुछ एक जगह ही कटाई हुई है। अवनीश चर्तुवेदी, डीडीए कृषि विभाग सीहोर