19 वर्ष बाद ऐसा दुर्लभ संयोग
इस बार श्रावण मास में 19 वर्ष बाद ऐसा दुर्लभ संयोग है की स्वतंत्रता दिवस और रक्षा बंधन पर्व एक हीं दिन होंगे। पं. सुनील शर्मा ने बताया की दोनों पर्व का संयोग चंद्र प्रधान श्रवण नक्षत्र में पड़ रहा है। इस दिन सिद्धी योग भी रहेगा जो शुभ और मंगलकारी है। रक्षा बंधन का त्यौहार गुरुवार के दिन होने से इस का धार्मिक महत्व और भी बढ़ गया है।
भद्रा का साया नहीं रहेगा
रक्षा बंधन के चार दिन पहले हीं गुरु वृश्चिक राशि में मार्गी होकर सीधी चाल चलने लगेंगे जो की पर्व की दृष्टी से अत्यंत शुभ है। रक्षा बंधन पर श्रवण नक्षत्र, सौभाग्य योग के साथ सूर्य देव कर्क राशि और चंद्रदेव मकर राशि में रहेंगे। रक्षा बंधन पर इस बार भद्रा का साया नहीं रहेगा इस लिए पर्व दिन भर मनाया जाएगा और पूरे दिन राखी बांधी जाएगी। गुरुवार को रात 9 बजे से पंचक प्रारंभ होंगे।
राखी का शुभ मुर्हूत
6.14 से 7.44 तक शुभ उत्तम
10.59 से12.37 तक चर सामान्य
12.11 से 1.03 तक विजय (अभिजित मुर्हूत)
12.36 से 2.14 तक लाभ उन्नति
2.14 से 3.52 अमृत सर्वोत्तम
5.29 से 5.57 तक शुभ उत्तम