समिति के संरक्षक पूर्व विधायक रमेश सक्सेना और अध्यक्ष शशांक सक्सेना ने दर्शकों को संबोधित किया। रामबारात इंग्लिशपुरा स्थित कुलकुला माता मंदिर से प्रारंभ होकर आवासीय खेलकूद मैदान पहुंची। सिद्धपुर दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष शशांक सक्सेना ने बताया कि आवासीय खेलकूद मैदान में दशहरा उत्सव हर साल विजय दशमीं के दिन ही मनाया जाता था, लेकिन इस बार समिति ने पॉलीथिन का बहिष्कार कर ईको फ्रैण्डली रावण बनाया है। अचानक रावण का पुतला बदलने के कारण रावण दहन का कार्यक्रम एक दिन लेट किया गया है।
सीहोर के अलावा आष्टा के खड़ीगांव में भी बुधवार को रावण दहन किया गया है। यहां पर विजय दशमीं महोत्सव समिति द्वारा ५१ फीट का रावण जलाया गया है। समिति के संरक्षक प्रहलाद सिंह वर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी शामिल होने वाले थे, लेकिन वे नहीं आ सके हैं। अब गुरुवार को जावर के कजलास गांव में रावण का दहन किया जाएगा। कजलास में दशहरा महोत्सव तीन दिन तक मनाया जाता है।