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दूर-दराज से पानी लाकर बुझा रहे हैं रहवासी प्यास

locationसीहोरPublished: Apr 05, 2020 12:18:48 pm

Submitted by:

Anil kumar

लोगों को उठाना पड़ रही है परेशानी, फिर भी की जा रही

पानी का संकट

पानी का संकट

सीहोर. जिले में अप्रेल महीने में पानी को लेकर त्राही-त्राही का दौर शुरू हो गया है। हैंडपंप, ट्यूबवेल का वाटर लेवल पाताल नापने के कारण सीहोर शहर से लेकर आष्टा ब्लॉक के कई गांवों में लोगों को इधर-उधर से पानी लाकर काम चलाना पड़ रहा है। ऐसे में उनका समय तो बर्बाद हो ही रहा है साथ में दूसरे कामकाज भी प्रभावित हो रहे हैं।

पिछले साल हुई अच्छी बारिश से लगा था कि इस साल पानी का संकट नहीं आएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सका है। अप्रेल माह की शुरूआत होते ही शहर से लेकर गांवों में पानी की समस्या बढ़ती जा रही है। इसकी हकीकत सीहोर शहर में ही आसानी से देखी जा सकती है। वार्ड क्रमांक दो में देवनगर कॉलोनी, वार्ड तीन में दशहरवाला बाग, भगवती कॉलोनी, वार्ड क्रमांक 23 में अटल बिहारी कॉलोनी सहित अन्य कॉलोनियों के लोगों को दूर दराज से पानी लाकर प्यास बुझाना पड़ रही है। लोगों ने इस समस्या को दूर करने कई बार अफसर-जनप्रतिनिधियों को शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया है। लोगों का कहना है कि पूरे गर्मी के मौसम ऐसी ही पानी की समस्या का सामना करना पड़ेगा।

आष्टा ब्लॉक में भी पानी का बड़ा संकट
सिद्दीकगंज क्षेत्र के सिद्दीकगंज, उमरदड़, सुशीलनगर, सामरी, कातला, बाटपुरा, धींगाखेड़ी, झांझनपुरा, टीबूपुरा, बरखेड़ी, श्यामपुरा, बापचा बरामद और मेहतवाड़ा क्षेत्र के मेहतवाड़ा, बीलपान, खेड़ापुरा, सेमली बारी में जलसंकट बना हुआ है। इनके अलावा भी कई गांव जलसंकट से जूझ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि आष्टा ब्लॉक में दो हजार 200 हैंडपंप और 58 नलजल योजना है। वर्तमान में 400 हैंडपंप और 15 से अधिक नलजल योजना बंद पड़ी है। जितनी नलजल योजना बंद है उनमें से कई का कारण बोर में पानी समाप्त होना तो कहीं अन्य कारण भी सामने आ रहा है।

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