सरकारी अस्पताल और पीएम राहत कोष में दिए एक-एक करोड़
कोरोना संक्रमणकाल में कुछ लोग प्रत्यक्ष रूप से मदद कर रहे हैं तो कुछ चुपचाप एकांत में रहकर जरूरी व्यवस्था और संसाधन उपलब्ध कराने में लगे हैं। भोपाल सांसद SADHVI PRAGYA SINGH THAKUR ने बताया कि यह महामारी विश्व में जितना उत्पात मचाए हुए हैं, भारत ने उसको कंट्रोल किया है। प्रधानमंत्री जी की डब्ल्यूएचओ ने प्रशंसा की है, क्योंकि इतने समय में भी भारत में अभी मरीजों की संख्या दूसरे देश की अपेक्षा कम है और यह जो मरीज हैं, वह भी हमारे लिए अधिक हैं। हम सबको मिलकर कोरोना को हराना है। इसके लिए जो भी सावधानियां हों, वह बरतनी हैं। लॉकडाउन का पालन करना है। SANSAD ने कोरोना पीडि़त व्यक्तियों के इलाज के लिए सांसद निधि से राशि दी है। सीहोर विधानसभा क्षेत्र भोपल लोकसभा का हिस्सा है। सीहोर जिला अस्पताल को सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने सात लाख रुपए की राशि दी है। बताया जा रहा है कि भोपल में सांसद के सहयोग से उनके समर्थक निरंतर राशन का वितरण कर रहे हैं।
बड़ा काम : कोरोना महामारी से निपटने के लिए भोपाल सांसद SADHVI PRAGYA SINGH THAKUR ने दो करोड़ एक लाख रुपए की आर्थिक मदद की है। सांसद साध्वी ने एक करोड़ रुपए की राशि सरकारी अस्पतालों को आवश्यक सामग्री और दवाइयां खरीदी के लिए दी हंै। इसमें सात लाख रुपए सीहोर जिला चिकित्सालय को भी मिले हैं। इसके अलावा एक करोड़ रुपए सांसद निधी से और एक लाख रुपए व्यक्तिगत वेतन से PM राहत कोष में दिए हैं। सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने बताया कि उनके कार्यालय में राहत सामग्री के लिए जो भी व्यक्ति फोन करता है, ऑफिस स्टाफ तत्काल समर्थकों के संपर्क से उसकी मदद करता है।
चर्चित ट्वीट व बयान
19 अप्रेल : मैं आहत हूं, महाराष्ट्र में दो सन्यासियों की निर्मम हत्या कर दी गई, पुलिस प्रशासन मौन था। सन्यासियों की हत्या संपूर्ण सनातनियों व देश के लिए एक चुनौती है। इस घटना की जांच हो कठोरतम दंड के साथ न्याय हो। जब-जब अखाड़े अपने उद्देश्य से च्युत होंगे, विधर्मी प्रबल होंगे। ऊॅ शांति…
16 अप्रेल : मैं भोपाल और भोपाल मंडल के सभी अधिकारी, कर्मचारी और श्रमिक जो इस कोविड-19 के विकट समय में अपने समाज को अति आवश्यक भोजन सामग्री एवं अन्य राहत सामग्री व्यवस्थित स्थानों पर पहुंचाने में लगे हैं, उन सभी का हृदय से आभार व्यक्त करती हूं, प्रभु सब को स्वस्थ और प्रसन्न रखें।
प्राथमिकता : मेरी प्राथमिकता सभी को स्वस्थ देखना है। रेलवे, स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन के अफसर संपर्क में हैं। कोरोना से निपटने के लिए हर जरूरत की सामग्री उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। किसी को उपचार में दिक्कत नहीं आएगी।
मध्यम वर्ग को बर्बाद होने से बचाएं
– निम्न वर्ग की सरकार कई माध्यम से मदद कर रही है, लेकिन मध्यम वर्गीय परिवार कोरोना महामारी के कारण बर्बाद होने के कगार पर हैं। सरकार को मध्यम वर्गीय परिवारों की मदद करना चाहिए। फैक्ट्री, कारखाने, प्राइवेट कंपनी लॉकडाउन के कारण कर्मचारियों को पूरा वेतन नहीं दे पा रही हैं, जिसके कारण सबसे ज्यादा मध्यम वर्गीय परिवार परेशान हो रहे हैं। सरकार मध्यम वर्गीय परिवारों की मदद करे।
वीरेन्द्र शर्मा, सीहोर