सुरक्षा की दृष्टि से जिला प्रशासन बाइक और कार पर पाबंदी लगाने के बाद भी व्यवस्था को लेकर संतुष्ट नहीं है। सुबह 8 से 12 बजे तक आवश्यक सामग्री की दुकान खुलने के आदेश में बदलाव करने को लेकर भी विचार किया जा रहा है। शिकायत है कि बाजार में एक साथ किराना, सब्जी, दूध दुकान खुलने से भीड़ हो जाती है, लोग सोशल डिस्टेंस के नियम का पालन नहीं कर रहे हैं। कुछेक व्यक्तियों की यह लापरवाही पूरे जिले को भारी पड़ सकती है, इस स्थिति में प्रशासन भोपाल की तरह सीहोर में भी दूध और मेडिकल को छोड़कर सभी दुकानों के बंद करने पर विचार कर रहा है।
मुख्य बाजार में सबसे ज्यादा दिक्कत
सुबह किराना, दूध और फसल-सब्जी की दुकान एक साथ खुलने को लेकर सबसे ज्यादा दिक्कत मुख्य बाजार में आ रही है। यहां लोग एक साथ राशन, सब्जी और दूध लेने के लिए निकल रहे हैं। कई दुकान पर पांच-पांच, छह-छह व्यक्तियों की भीड़ एकत्रित हो जाती है। राशन लेने निकले लोग सोशन डिस्टेंस का भी पालन नहीं कर रहे हैं। सोमवार को पुलिस ने यहां पर दोपहिया वाहनों को रोकने के लिए रस्सी लगाई, लेकिन उसके बाद भी भीड़ कम नहीं हुई। बाजार घनी आबादी का क्षेत्र है, यहां पर थोड़ी भी अनदेखी पुलिस और प्रशासन को भारी पड़ सकती है, लेकिन अफसर दो दिन से बाजार पर नजर बनाए हुए हैं। बाजार की व्यवस्था को लेकर अफसर नाराज है, इसलिए जल्द ही व्यवस्था में बदलाव की संभावना है।
बिना काम के बाइक से घूमने निकल रहे लोग
पुलिस ने बाइक और कार के दौडऩे पर प्रतिबंध लगा दिया है। पुलिस के प्रतिबंध लगाने के बाद सामने आया कि हकीकत में कुछ लोग बिना किसी काम के बाइक और कार लेकर शहर में घूमने निकल रहे हैं। दोपहर 12.30 बजे पुलिस ने चाणक्यपुरी निवासी एक युवक को पुलिस ने पकड़ लिया। पुलिस ने बार-बार पूछने पर भी युवक घर से बाहर निकलने का उचित कारण नहीं बता सका। पुलिस के बार-बार पूछने पर अंत में बोला- शहर के हालत देखने निकला हूं। पुलिस ने ऐसे व्यक्तियों को रोकने के लिए सोमवार से यह निर्णय लिया है कि बाइक और कार से कोई व्यक्ति घर के बाहर नहीं निकलेगा।
वर्जन…
– लॉकडाउन के पालन को लेकर सख्ती की जा रही है। हम व्यवस्था में बदलाव पर विचार कर रहे हैं। फल, सब्जी व दूध विक्रेताओं को आदेश दिए हैं कि वह अपना पहचान पत्र या आधार कार्ड साथ रखें। पहचान पत्र साथ नहीं होने पर पुलिस कार्रवाई कर सकती है।
वीके चतुर्वेदी, एडीएम सीहोर