सीहोर में मंडी थाने के सामने, रेस्ट हाउस, मंडी आदि स्थानों पर मंडी पुलिस ने चैकिंग अभियान चलाया। अभियान में जब स्कूली वाहनों को रोककर जांच पड़ताल की तो हकीकत सामने आ गई। कई बस और ऑटों में परिवहन विभाग की गाइडलाइन का ही पालन नहीं हो रहा था। इसमें चालक ने वर्दी नहीं पहली थी तो बिना सीट बेल्ट के ही वाहन चला रहा था। वहीं अन्य कमियां सामने आई। पुलिस को जांच में करीब 30 वाहन में से 12 में यह कमियां मिली। उसके बावजूद स्कूल संचालक नियमों को ताक में रखकर इनसे बच्चों को लाने और वापस छोडऩे का काम कर रहे थे। जिसके चलते पुलिस ने चार स्कूल बस, 2 मैजिक, 1 क्रूजर, 5 ऑटों के चालान काटकर 30 हजार रुपए का जुर्माना वसूला है। इधर कोतवाली चौराहे पर भी चैकिंग में पुलिस ने चालकों से अर्थदंड वसूला है।
आष्टा में कन्नौद रोड पर की कार्रवाई
आष्टा में कन्नौद रोड पर पुलिस ने कार्रवाई की। काईवाई के दौरान जब चालकों को रेाककर पूछताछ की तो वह इस कार्रवाई से बचने पुलिस की सामने गिड़गिड़ाते हुए नजर आएं। पुलिस ने बस, मैजिक, ऑटो और दो पहिया वाहनों पर तीन सवारी बैठकर जाने वाले करीब 14 वाहनों के चालान काटकर उनसे साढ़े 7 हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया है। कन्नौद रोड पर पुलिस की इस कार्रवाई को देख कई चालक दूसरे रास्ते से निकलकर फरार हो गए।
क्या है स्कूल वाहनों की स्थिति
डीटीअी अनुराग शुक्ला के अनुसार जिले में 200 बस, 400 छोटे (मैजिक, क्रूजर व अन्य) वाहन है। वर्तमान में देखा जाएं तो कई स्कूली वाहनों में परिवहन विभाग के नियमों का पालन होता नहीं मिलेगा। कई तो ऊपरी स्तर से भले ही ठीक नजर आ रहे हो, लेकिन अंदरूनी स्तर पर स्थिति ठीक नहीं है। कुछ महीने पहले ही सीहोर बस स्टैंड पर एक स्कूली वाहन में शार्टसर्किट के चलते आग लग गई थी। आग उस समय लगी थी जब उसमें बच्चे सवार थे। आनन फानन में आसपास के लोगों ने बच्चों को बाहर निकाला था, जिससे एक बड़ा हादसा होने से टल गया था। अफसर कार्रवाई तो करते हैं लेकिन उनकी यह कार्रवाई कुछ दिन चलते तक सीमित रहती है। जिससे कुछ दिन बाद ही वापस पहले जैसे हालात बन जाते हैं।