सीहोर शहर में यूरिया खाद से जुड़ा एक संदिग्ध मामला 6 दिसंबर की रात को सामने आया है। बताया जा रहा है कि कलेक्टर अजय गुप्ता को रात करीब 11 बजे किसी ने फोन कर सूचना दी कि जमोनिया रोड पर तीन लोडिंग वाहन यूरिया खाद से भरे खड़े हैं।
कलेक्टर गुप्ता ने तत्काल एसडीएम आदित्य जैन को कॉल किया, एसडीएम जैन रात 11.30 बजे अमले के साथ जमोनिया रोड पर पहुंचे तो देखा कि अग्रसेन ट्रैडिंग कंपनी के बेयर हाउस के सामने तीन पिकअप वाहन खड़े हैं। अग्रसेन टै्रडिंग कंपनी के प्रोपराइटर अनिल अग्रवाल हैं।
एसडीएम के वाहनों की तलाशी लेने पर सामने आया कि वाहनों में खाद की बोरिया भरी हैं। एसडीएम ने वाहन पर मौजूद व्यक्तियों से खाद से संबंधित दस्तावेज मांग तो उनके पास कोई दस्तावेज नहीं मिले।
एसडीएम जैन ने बताया कि दस्तावेज उपलब्ध नहीं होने को लेकर अमले ने बेयर हाउस को सील करा दिया और वाहन जब्त कर मंडी थाना पुलिस के हवाले कर दिए। अब दो दिन बाद कृषि विभाग के अफसर कह रहे हैं कि स्टॉक की जांच कर ली गई है, रिकॉर्ड ठीक मिला है, लेकिन एसडीएम आदित्य जैन द्वारा जब्त किए गए तीनों वाहन अभी भी मंडी थाने में खड़े हैं।
कृषि विभाग के अफसरों ने दी क्लीन चिट
कृषि विभाग के डीडीए एसएस राजपूत ने बताया कि स्टॉक की जांच के दौरान कोई खामी नहीं मिली है। मंगलवार को जब्त खाद का किसानों को वितरण कराया जाएगा। डीडीए राजपूत ने बताया कि अग्रसेन ट्रैडिंग कंपनी के रिकॉर्ड की जांच में सामने आया है कि कंपनी ने 5 दिसंबर को रैक से दो हजार 770 बैग खाद लिया था। यह थोक डीलर हैं, जिसे में इनके कई छोटे खेरीज डीलर खाद का विक्रय करते हैं।
6 दिसंबर को खेरीज डीलर और काउंटर से करीब एक हजार पांच बोरी खाद का वितरण किया गया। एक दिन के लिए प्रोपराइटर किसी शादी समारोह में चले गए, जिसकी वजह से खाद का वितरण नहीं हो सका है। रात को गाडिय़ों से खाद खेरीज डीलरों को भेजा जा रहा था, लोडिंग में समय लग गया, जिसकी वजह से गाडिय़ां रोक दी गई और इसी दौरान एसडीएम ने कलेक्टर के मैसेज पर बेयर हाउस पर छापामार कार्रवाई कर सील कर दिया। अब बेयर हाउस में रखा यूरिया मंगलवार को लाइन लगाकर किसानों को दिया जाएगा। जांच में स्टॉक सही पाया गया है।
कुछ सवाल जो मामले को बना रहे संदिग्ध – बेयर हाउस और गाडिय़ों में रखा खाद एक नंबर में रैक से खरीदा गया तो बेयर हाउस में मौजूद व्यक्तियों के पास दस्तावेज क्यों नहीं थे। एसडीएम ने दस्तावेज के अभाव में गोदाम सील क्यों किया।
– यदि कृषि विभाग ने जांच में सब कुछ सही पाया तो एसडीएम द्वारा जब्त किए गए खाद से भरे तीनों वाहन मंडी थाना पुलिस ने रिहा क्यों नहीं किए। कृषि विभाग ने एसडीएम और पुलिस को रिपोर्ट भेजकर वाहनों को छुड़वाया क्यों नहीं।
– यदि स्टॉक में सब कुछ सही मिला है तो कृषि विभाग खाद लाइन लगाकर किसानों को बंटवाने की बात क्यों कह रहा है, बेयर हाउस के मालिक को खाद के संबंध में निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र क्यों नहीं किया जा रहा है।
नसरुल्लागंज को मिला 400 मीट्रिक टन यूरिया
रविवार को नसरुल्लागंज के लिए फिर से 400 मीट्रिक टन यूरिया मिला है। यहां पर यूरिया खाद मंडीदीप में बीती रात लगी रैक से भेजा गया है। अब सीहोर को खाद मिलने की उम्मीद है। यहां पर सोमवार, मंगलवार में एक रैक लगने की संभावना है। यदि यह रैक लगती है तो करीब 2800 से 3200 मीट्रिक टन खाद मिलेगा।
कृषि विभाग के अफसरों का तर्क है कि इस रैक के बाद डिमांड कम हो जाएगी। 15 दिसंबर के बाद यूरिया की डिमांड खत्म हो जाती है और यूरिया की आपूर्ति जनवरी महीने के अंत तक होगी।