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बिना मास्क के ड्यूटी कर रहे सुरक्षा गार्ड, सफाई कर्मचारियों के पास नहीं ग्लब्स

locationसीहोरPublished: Apr 05, 2020 12:01:11 pm

Submitted by:

Anil kumar

कोरोना संक्रमण के बाद भी कर्मचारियों की सुरक्षा से अंजान प्रबंधन

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सीहोर. कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से बढऩे के बावजूद जिला अस्पताल में कार्यरत सुरक्षा गार्ड, सफाई कर्मचारियों और स्टाफ की सुरक्षा को लेकर प्रबंधन सजग नहीं है। ऐसे में सुरक्षा गार्ड बिना मास्क लगाए तो कई सफाई कर्मचारी बिना ग्लब्स के ही जान जोखिम में डाल काम कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ अस्पताल में लोग सोशल डिस्टेंट का भी पालन करते हुए नहीं दिख रहे हंै। इससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है।

जिला अस्पताल में डॉक्टर के साथ १२० नर्स, १२ सुरक्षा गार्ड, ३४ सफाई कर्मचारी कोरोना बढ़ते प्रकोप के बावजूद अपनी जिम्मेदारी को बखूभी निभा रहे हैं। इसमें उनको जरूरी सुविधा मिल रही है या नहीं इसकी हकीकत जानने शनिवार को पत्रिका टीम जिला अस्पताल पहुंची। यहां टीम को जिस तरह का नजारा मिला वह चौकाने वाला था। सुरक्षा गार्ड के पास ग्लब्स, न ही मास्क था। वह अपने पास मौजूद रूमाल से ही चेहारा बंधे हुए थे। सुरक्षा गार्ड से जब टीम ने पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि अस्पताल की तरफ से उनको मास्क, ग्लब्स, हैंडवॉश सहित अन्य कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई है। जबकि अस्पताल में प्रतिदिन आने वाले सैकड़ों लोगों की निगरानी करने की जिम्मेदारी इन्हीं सुरक्षा गार्डो के भरोसे है। इससेे सबसे ज्यादा संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं कई सफाई कर्मचारी भी ऐसे ही दिखाई दिए।

ये कैसा लॉकडाउन पास में बैठे लोग
जिला अस्पताल के मातृ एवं शिशु वार्ड के सामने परिसर में लोग लॉकडाउन का पालन करने की बजाए उल्लंघन करते हुए नजर आएं। वह दूर बैठने की बजाए पास में ही बैठकर बात कर रहे थे। उनके पास से ही दूसरे मरीज और उनके परिजन भी निकलकर जा रहे थे। हालांकि शनिवार को प्रबंधन ट्रामा सेंटर में जरू र सुरक्षा की दृष्टि से सैनेटाइजर का स्पे्र कराया।
शार्टकर्ट रास्ते से पहुंच रहे हैं दूसरी जगह
लॉकडाउन के बाद से ही भोपाल इंदौर हाइवे पर एक तरफ दौलतपुर घाटी तो दूसरी तरफ फंदा टोल के पास जिले की सीमा को सील कर दिया है। यहां से पास (कार्ड) दिखाने वाले लोगों को ही आगे जाने दिया जा रहा है। जिनके पास यह पास नहीं है वह सीहोर जिले में आने नई तरीके भी अपना रहे हैं। शनिवार को ऐसा ही नजारा फंदा टोल टैक्स के पास सीमा पर देखने को मिला। जब पांच युवक कार से शार्टकर्ट रास्ते से रायसेन से होकर सीहोर में प्रवेश करने आए थे। उससे पहले ही सीमा पर तैनात पुलिसकर्मियों ने रोककर पूछताछ की तो जवाब नहीं दे पाएं। जिसके चलते उनको वापस लौटा दिया गया।
२० सुरक्षा गार्डो की मौजूदगी में होगी नीलामी
शहर की कृषि उपज मंडी में सोशल डिस्टेंट का पालन नहीं होने की बात कहकर व्यापारियों ने सब्जी की नीमाली करने से इंकार कर दिया था। इससे दो दिन से मंडी में सन्नाटा पसर गया तो दूसरी तरफ सब्जियों के भाव में इजाफा होने से लोगों के सामने परेशानी खड़ी हो गई थी। मंडी प्रबंधन, पुलिस-प्रशासन ने चर्चा करने के बाद व्यापारियों से बात कर वापस मंडी चालू कराई है। मंडी सचिव वीरेंद्र आर्य ने बताया कि लॉकडाउन का पालन कराने अब मंडी में एक निरीक्षक, १० सहायक उपनिरीक्षक, २० सुरक्षा गार्ड की ड्यूटी लगाई है। इसके अलावा चूने से लाइनिंग कर बैरिकेट्स रख रस्सी भी बांधी गई है। जिससे कि कोई सोशल डिस्टेंस का उल्लंघन नहीं कर पाएं। सचिव ने बताया कि मंडी हर दिन सुबह ६ से ९ बजे तक संचालित होगी।
उपलब्ध कराएं हैं
अस्पताल के समस्त स्टाफ को मास्क सहित पूरी आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। सामग्री देते समय उनके हस्ताक्षर भी कराते हैं।
डॉ. आनंद शर्मा, सिविल सर्जन जिला अस्पताल सीहोर

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