इसमें पूरे भारत से फिल्में दिखाई जाएगी एवं पुरूस्कृत की जाएगीं। खुशी की बात हेै कि सीहोर से भी रंगमंच और शार्ट फिल्म सफलता की कहानी चयनित हुई हैं। इसका प्रदर्शन 22 मई को इण्डियन फिल्म महोत्सव में किया जाएगा।
प्रदीप नागिया द्वारा निर्देशित इस शार्ट फिल्म की कहानी दो अनाथ बच्चों के जीवन पर आधारित है। किस तरह शिक्षा के माध्यम से उनके जीवन में परिर्वतन होता है। यह शार्ट फिल्म में दिखाया गया है।
ज्ञात हो कि रंगमंच और टीवी कलाकर प्रदीप नागिया द्वारा अभिनीत इस शार्ट फिल्म के निर्माण में डीपीसी अनिल श्रीवास्तव, ओपी शर्मा, मनोज बलभद्र एवं दीपक राठौर का विशेष योगदान रहा है। पांच दिवसीय फिल्मोत्सव :-
उत्तर प्रदेश में झांसी के निकट ओरछा में 18 मई से पांच दिवसीय “ भारतीय फिल्म महोत्सव” शुरू होने जा रहा है । इस महोत्सव में हिंदी सिनेमा जगत की फिल्मों के साथ साथ क्षेत्रीय भाषाओं की फिल्मों का भी प्रदर्शन किया जायेगा।
उत्तर प्रदेश में झांसी के निकट ओरछा में 18 मई से पांच दिवसीय “ भारतीय फिल्म महोत्सव” शुरू होने जा रहा है । इस महोत्सव में हिंदी सिनेमा जगत की फिल्मों के साथ साथ क्षेत्रीय भाषाओं की फिल्मों का भी प्रदर्शन किया जायेगा।
महोत्सव का आयोजन ओरछा स्थित रूद्राणी कला ग्राम एवं शोध संस्थान में 18 से 22 मई तक किया जाएगा। संस्थान के संस्थापक राजा बुंदेला ने बताया कि अपने सहयोगियों की मदद से बिना किसी अनुदान के स्थानीय पर्यटन और लोक संस्कृति को बढावा देने, जिन लोगों के काम को किन्हीं कारणों से सम्मान नहीं मिल पाया उन्हें सम्मान देने और स्थानीय फिल्म निर्माताओं को बाहर के फिल्म निर्माताओं और फिल्म जगत से जुड़ी हस्तियों से मिलकर अनुभव साझा करने का एक मौका देने के विजन को लेकर उन्होंने इस महोत्सव का आयोजन ओरछा में किया है।
बुंदेला के अनुसार मैं सिनेमा से जुडा हूं इसलिए इसी क्षेत्र के माध्यम से बुंदेलखंड को कुछ देने यहां की संस्कृति, लोगों के लिए कुछ करने के जज्बे ने ही मुझे यहां फिल्म महोत्सव करने के लिए प्रेरित किया । हम इससे पहले खजुराहो में भी फिल्म महोत्सव का सफल आयोजन कर चुके हैं और उसी की सफलता ने मुझे अब ओरछा जैसे छोटे कस्बे में महोत्सव करने के लिए प्रेरित किया। ”
महोत्सव के मुख्य आयोजनों के बारे में पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि इस फिल्म महोत्सव में पहली बार बेतवा नदी की आरती की भी शुरूआत की जायेगी। गंगा आरती की तर्ज पर ही बेतवा आरती की शुरूआत करायी जाएगी।
हर पुष्य नक्षत्र की पूर्णिमा को इस आरती का आयोजन किया जायेगा और साथ ही रामराजा सरकार मंदिर प्रबंधन से हर दिन आरती कराये जाने के संबंध में भी निवेदन किया जाएगा।