जी हां, हम सच बता रहे हैं, बुदनी के ग्राम जैत की कुशल और दक्ष महिलाओं ने कस्टम हायर सेंटर यानि किराए पर कृषि यंत्र देने का सेंटर की शुरुआत की है। यह प्रदेश का पहला महिला कस्टम हायर सेंटर है। महिलाओं का यह कदम आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की दिशा में एक नई पहल है। यह सभी महिलाएं आजीविका मिशन के स्व सहायता समूह से जुड़ी हुई हैं। इस समूह की महिलाओं की खास बात यह है कि कई ऐसी महिलाएं हैं, जो इन कृषि यंत्र ट्रैक्टर, रोटाविटर आदि को स्वयं चला लेती हैं।
महिलाएं खुद चला लेती हैं कृषि यंत्र
बुदनी के ग्राम जैत के गंगा आजीविका समूह की महिलाएं इसके जरिए आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ रही हैं। कहानी कुछ यूं है कि सीहोर जिले में अनेक आर्थिक गतिविधियां संचालित कर रही हैं, इसमें से एक समूह की महिलाओं ने कस्टम हायरिंग सेंटर संचालित किया है। कृषि विभाग द्वारा गंगा आजीविका स्वसहायता समूह को ट्रैक्टर, रोटावेटर, कल्टीवेटर एवं अन्य कृषि उपकरण प्रदान किए गए है। महिला स्वसहायता समूह द्वारा चलाए जा रहे इस कस्टम हायरिंग सेंटर से इस क्षेत्र के लघु एवं सीमांत किसानों को रियायती दर पर किराए से कृषि उपकरणों की उपलब्धता आसानी से होगी। महिला स्वसहायता समूह की रानू केवट, राजमणी केवट ने बताया कि आमदानी का एक अतिरिक्तसाधन प्राप्त होने से उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। उन्होंने कहा कि इस नए कार्य से हम अत्यधिक उत्साहित है और हमारी कोशिश होगी कि हम किसानों को त्वरित एवं बेहतर सेवाएं दें। वर्तमान में इस स्वसहायता समूह के साथ ही जिले के 27 महिला स्वसहायता समूहों द्वारा सफलता पूर्वक रबी उपार्जन का कार्य किया जा रहा है।