पत्नि के लिए व्रत रखने वाले राजेश ओझा का कहना है कि जब पत्नि ही पति की लंबी उम्र के लिए व्रत करे ऐसा क्यों? पति की भी तो जिम्मेदारी है कि वह अपनी पति की कुशलता और दीर्घ आयु की कामना ईश्वर से करे। दुनिया में पति-पत्नी का ही एक रिश्ता ऐसा है जो हर समय साथ होता है। समय के साथ सब अलग हो जाते हैं, लेकिन ईश्वर ने एक पति-पत्नी का रिश्ता ऐसा बनाया है जो एक बार बनने के बाद हमेशा साथ रहता है।
इस बार नहीं होगा उद्यापन
गंज निवासी राठौर क्षत्रिय समाज के पुरोहित पंडित बासुदेव शास्त्री ने बताया कि ज्योतिष के हिसाब से जब भी शुक्र अस्त रहता है, किसी भी व्रत का उद्यापन नहीं किया जाता है। वैसे पूजा-पाठ, उपवास और दूसरे किसी धार्मिक कार्य में कोई बांधा नहीं आती है। इस बार शुक्र करवा चौथ से 11 दिन पहले 16 अक्टूबर को अस्त हो चुका हैं। ऐसे में महिलाएं 27 अक्टूबर को अपने करवा चौथ व्रत कर उद्यापन नहीं कर पाएंगी। महिलाओं को उद्यापन के लिए एक साल का इंतजार करना पड़ेगा।
करवा चौथ के शुभ मुहूर्त
चतुर्थी तिथि प्रारंभ : 27 अक्टूबर शाम 06. 37 बजे से
चतुर्थी तिथि समाप्त : 28 अक्टूबर शाम 04. 54 बजे
पूजा का शुभ मुहूर्त : 27 अक्टूबर 05.४८ बजे से शाम 07.०४ बजे तक
कुल शुभ समयावधि : 1 घंटे 16 मिनट