जानकारी के अनुसार 29 जुलाई को शहर में करीब दस इंच बारिश होने के कारण बाढ़ के हालात बन गए थे। बाढ़ के दूसरे दिन से ही प्रशासन ने सर्वे का काम शुरु किया। राजस्व और नगरीय निकाय की संयुक्त टीम के सर्वे से सामने आया है कि बाढ़ से सीहोर शहर में करीब सात हजार लोग प्रभावित हुए हैं। इन प्रभावितों में कई ऐसे व्यक्ति भी है, जिनका नुकसान दस से 20 हजार रुपए का हुआ है और कई ऐसे भी है जिनका इससे ज्यादा राशि का नुकसान है। प्रशासन की तरफ से तत्काल मदद के रूप में कुछ को 20-20 किलो तो कुछ को 50-50 किलो गेहूं उपलब्ध करा दिए गए हैं। अब आर्थिक सहायता के लिए शासन को कलेक्टर अजय गुप्ता की तरफ से दस करोड़ रुपए की राशि का डिमांड पत्र भेजा जा रहा है।
दो हजार पीडि़तों के नहीं बैंक में खाते
सीहोर शहर के सात हजार बाढ़ पीडि़तों में से करीब दो हजार बाढ़ पीडि़त ऐसे है जिनके बंैक में खाते नहीं है। कलेक्टर अजय गुप्ता ने एसडीएम वरुण अवस्थी को आदेश दिए हैं कि जिन पीडि़तों के बैंक में खाते नहीं है उनके अकाउंट कियोस्क सेंटर के माध्यम से तत्काल खुलवाए जाए। बताया जा रहा है कि एसडीएम ने चार हजार पीडि़तों के बैंक अकाउंट की लिस्ट तैयार कर ली है।
शहर के ड्रेनेज को सुधारने बनेगा प्लान
शहर के ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने के लिए कलेक्टर द्वारा एक्सपर्ट की एक टीम गठित की गई थी। टीम पूरे शहर का मुआयना कर चुकी है। टीम ने शहर का अध्ययन कर बनाई रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दी है। कलेक्टर इस रिपोर्ट पर आगे का काम कर रहे हैं। उम्मीद है नगरीय प्रशासन इस रिपोर्ट का अध्ययन कर शहर के डे्रनेज को ठीक करने के लिए टैक्नीशियन की मदद लेकर एक प्लान तैयार करेगा जिसके आधार पर शासन से बजट स्वीकृत कराकर शहर के ड्रेनेज को ठीक किया जाएगा।
वर्जन
– बाढ़ से सीहोर और श्यामपुर में करीब साढ़े आठ हजार लोग प्रभावित हुए हैं। पीडि़तों के लिए दस करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता राशि का प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है। एक पीडि़त को पांच से आठ हजार रुपए की मदद मिलेगी।
अजय गुप्ता, कलेक्टर सीहोर