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जर्जर सड़क, नालियां चौक से बढ़ी परेशान

locationसीहोरPublished: Nov 11, 2019 12:46:58 pm

शहर में खोखले साबित हो रहे जनप्रतिनिधियों के दावे…

Claims of public representatives proving hollow in the city

Sehore / Ashta. Plots in two are filled with water

वीरेन्द्र सिंह शिल्पी

सीहोर/आष्टा. शहर विकास के नाम पर नगर पालिका भले ही ढिंढोरा पीट रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत इसके उलट है। वार्ड क्रमांक दो में इसकी बानगी आसानी से देखी जा सकती है। यहां के रहवासी उखड़ी सड़क, खाली प्लाट में जमा गंदा पानी और नालियों की साफ-सफाई नहीं होने से समस्या भोग रहे हैं। इसका निराकरण करने जिम्मेदार अफसर, जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा रहे हैं। लापरवाही का आलम यह है कि कोई उनकी सुनने तैयार नहीं है।
करीब तीन हजार की आबादी वाले वार्ड क्रमांक दो में पटवारी कॉलोनी, मयूर कॉलोनी, डाबरी कॉलोनी आधी, मालीपुरा बायपास कॉलोनी, झुग्गी बस्ती, शाह बाबा कॉलोनी, इंदौर नाका आदि आते हैं। इस वार्ड में लंबें समय से नालियों की नियमित साफ सफाई नहीं होने से कई जगह चौक पड़ी है। वहीं प्लाट में पानी भरा होकर सडऩे लगा है। इससे लोगों को काफी तकलीफ उठाना पड़ रही है। प्लाट और नालियों में जमा गंदगी से मच्छरों का प्रकोप बढऩे से वह कई प्रकार की बीमारी की चपेट में भी आ रहे हैं। लोगों का कहना है कि कुछ समय पहले नपा ने वार्ड में पाइप लाइन बिछाई थी, जिसके चलते पक्की सड़क खोद थी। यह काम पूरा होने के बाद उन सड़कों तक की मरम्मत नहीं की है। इससे आवाजाही करने के दौरान हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। इसके अलावा भी अन्य कई समस्या बनी है, जिसका निराकरण नहीं हो रहा।
नोटिस तक सीमित रहती है कार्रवाई
आष्टा में कई समय से खाली प्लाट है। इनके मालिकों को हर साल नगर पालिका नोटिस देने की रस्मअदायगी पूरी कर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेती है, लेकिन कार्रवाई करना उचित नहीं समझती है। इसका नतीजा यह हो रहा है कि मालिकों ने भी इनको खरीदने के बाद अनदेखा कर दिया है। इसकेे चलते इनमें सिर्फ गंदगी और पानी भरा हुआ ही नजर आएगा।
सफाई की जिम्मेदारी 153 कर्मचारियों पर
नगर से रोजाना 10 टन कचरा निकलता है। जिसे नगर पालिका मालीपुरा स्थित ट्रैचिंग ग्राउंड पर डालकर डिस्पोज करती है। कई बार कचरे को वाहन से इस तरह लेकर जाते हैं कि उसमें भी गिरता हुआ जाता है। जिससे लोगों को मुंह बांधकर आवाजाही करना पड़ती है। उल्लेखनीय है कि नपा के पास संसाधन के नाम पर 8 डोर टू डोर वाहन, 3 ट्रैक्टर ट्राली, 40 हाथ गाड़ी, 153 सफाई कर्मचारी, 7 सफाई प्रभारी है। उसके बावजूद व्यवस्था में सुधार नहीं होना सिस्टम की खामी उजागर करता है।
वर्जन…
नालियों की नियमित साफ सफाई नहीं होने से वह चौक पड़ी है, जिससे गंदे पानी की निकासी नहीं हो रही है। मजबूरी में हमें ही इन नालियों की साफ सफाई करना पड़ती है।
अशोक वर्मा, रहवासी
कहने को नगर पालिका साफ सफाई कराने की बात कहती है, लेकिन हमारे वार्ड में ऐसा होता नहीं दिख रहा है। साफ सफाई नहीं होने से काफी परेशानी उठाना पड़ रही है।
श्रीपाल जैन, रहवासी
वार्ड में हर कहीं गंदगी के ढेर लगे होने से बीमारियों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। इसकी गिरफ्त में आकर लोग अस्पताल का मुंह देख रहे हैं। बावजूद ध्यान नहीं दिया जा रहा।
सुशील वर्मा, रहवासी
मेरे मकान के साइड में ही खाली प्लाट पड़ा हुआ है। जिसमें लोग कचरा फेकते हैं। इससे रहना मुश्किल हो रहा है। इस संबंध में नपा को शिकायत की, फिर भी ध्यान नहीं दिया है।
धीरज ठाकुर, रहवासी
खाली प्लाट में पानी भरा हुआ है तो उसकी निकासी कराकर साफ सफाई कराई जाएगी। वहीं प्लाट मालिक के साथ इनमें कचरा डालने वालों को भी नोटिस दिया जाएगा। साथ ही अन्य समस्या है तो उसे भी दूर किया जाएगा।
नीरज श्रीवास्तव, सीएमओ नगर पालिका आष्टा
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