scriptअभी तक 35 इंच बारिश, औसत बारिश के आंकड़े में अभी भी 11 इंच पीछे | So far 35 inches rain in sehore | Patrika News

अभी तक 35 इंच बारिश, औसत बारिश के आंकड़े में अभी भी 11 इंच पीछे

locationसीहोरPublished: Sep 23, 2018 06:12:30 pm

Submitted by:

Manoj vishwakarma

पिछले तीन दशकों में सर्वाधिक 64 इंच बारिश का रेकार्ड वर्ष 1994 और 2006 के नाम है दर्ज

patrika news

अभी तक 35 इंच बारिश, औसत बारिश के आंकड़े में अभी भी 11 इंच पीछे

सीहोर. जुलाई माह में लगातार झमाझम बारिश से लगने लगा था कि इस बार बारिश पुराने रेकार्ड ध्वस्त कर देगी, लेकिन जुलाई माह के बाद अगस्त और सितंबर में रुक-रुककर धीमी रफ्तार बारिश हुई।इससे औसत बारिश का आंकड़ा भी पूरा होने में अंदेशा नजर आने लगा है। जिले की औसत बारिश ११४८.४ एमएम करीब 46 इंच है। अभी तक ८८२.३ एमएम करीब ३५ इंच औसत बारिश ही रेकार्ड हो सकी है।जिले में पिछले तीन दशक के उपलब्ध आंकड़े की बात करें तो सर्वाधिक ६४ इंच बारिश वर्ष 1994 और 2006 में 64 इंच दर्ज हुई थी।
इस साल बारिश ने जोरदार तरीेके आगाज किया था। मौसम विभाग ने भी इस साल औसत बारिश से अधिक बारिश होने के आसार बताए थे, लेकिन अभी के हालात के अनुसार बारिश का आंकड़ा औसत बारिश से भी काफी पीछे है। जिले में औसत बारिश भी पूरी होती नजर नहीं आ रही है। आंकड़ों के अनुसार जिले में अभी तक ८८२.३ एमएम करीब ३५ इंच औसत बारिश ही रेकार्ड हो सकी है, जबकि जिले की औसम बारिश ११४८.४ एमएम करीब ४६ इंच है।इस तरह अभी भी औसत बारिश के लिए अभी भी ११ इंच बारिश की और दरकार है। हालांकि मौसम विभाग ने अक्टूबर माह में अच्छी और तेज बारिश से औसम बारिश के पूरे होने की बात कही जा रही है।
सबसे अधिक ६४ इंच बारिश का रेकार्ड वर्ष १९९४ और २००६ के नाम है दर्र्ज

जिले में सबसे अधिक ६४ इंच बारिश का रेकार्ड वर्ष १९९४ और २००६ में दर्ज है। वर्ष १९९४ में १६०३.६ एमएम तथा वर्ष २००६ में १६०७.९ एमएम दर्ज की गई थी।तहसीलों के आंकड़े पर नजर डाले तो जिले में सर्वाधिक बुदनी में साढ़े 8 3 इंच (20८४.० एमएम) वर्ष 1994 के नाम है। इसी तरह वर्ष १९९९ में नसरुल्लागंज में १६०३.० और बुदनी १६८६.० एमएम बारिश दर्ज की गई थी।इसके बाद तहसील स्तर पर सर्वाधिक बारिश का रेकार्ड वर्ष २००६ में नसरुल्लागंज में १६०३.० एमएम और बुदनी में १६८६.० एमएम बारिश दर्ज की गई।
वर्ष 2000 में सबसे कम बारिश का है रेकार्ड

जिले मे वर्ष 2000 मे सबसे कम बारिश के नाम रिकार्ड है। जब साढ़े 23 इंच (58 7.5 मिमी) बारिश का रिकार्ड की गई थी। जिले मे पिछले तीन दशक में सबसे कम बारिश इसी साल के नाम दर्ज है। तहसीलों की बात करें को जिले में सबसे कम बारिश इछावर में वर्ष २००१ में ५१८.१ करीब साढ़े २० इंच रेकार्ड की गई थी।
जिले में अब तक ३५ इंच पर पहुंची है औसत बारिश

जिले में पिछले चौबीस घंटे में 1१.2 एमएम औसत बारिश दर्ज की गई। इसे मिलाकर 1 जून से अभी तक जिले में 8 ८२.३ मिलीमीटर औसत बारिश रिकार्ड की जा चुकी है। जबकि गत वर्ष इस अवधि में 8 ५०.० मिमी औसत वर्षा आंकी गई थी। भू-अभिलेख विभाग के अनुसार पिछले चौबीस घंटों में सीहोर में १७.०, श्यामपुर में 5, आष्टा में १६, जावर में ८, इछावर में 1७, नसरुल्लागंज में 7, रेहटी में ५ मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। आंकड़ों के मुताबिक जिले में अभी तक सीहोर में 12२५.4, श्यामपुर में 9११, आष्टा में 8 ४८ जावर में 7१५.3, इछावर में ९०७, नसरूल्लागंज में 5९९.2, बुधनी में 8 ८०.2 तथा रेहटी में 9७३.० मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई है। इस अवधि में गत वर्ष सीहोर में 8 39.2, श्यामपुर में 775.8 , आष्टा में 6 ६५, जावर में 6 ९1, इछावर में 933.2, नसरूल्लागंज में 8 9५, बुधनी में 1157 तथा रेहटी में 8 43.6 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई थी।
इनका कहना है

्रजिले में इस साल अभी तक अच्छी बारिश रेकार्ड की गई है, अगले एक-दो दिन इसी प्रकार के हालात बने रहेंगे। रिमझिम बारिश का माहौल बना रहेगा। इसके साथ ही अक्टूबर के पहले सप्ताह में भी अच्छी बारिश के हालात बन रहे हैं।
डॉ.एसएस तोमर, मौसम वैज्ञानिक आरएके कॉलेज सीहोर

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो