ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया था
पीजी में 10 जून से प्रवेश के लिए शुरू हुआ पहला चरण 16 जून तक चला था। इसमें बच्चों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया था। इसी के साथ ऑनलाइन दस्तावेजों का सत्यापन कार्य भी चल रहा था। 17 जून इसकी अंतिम तिथि होने से पीजी कॉलेज में सुबह 10 बजे से ही स्टूडेंट्स पहुंचने लगे थे, जिससे दोपहर में भीड़ लग गई थी। कॉलेज में बीए, बीएससी का एक ही जगह और बीकॉम का दूसरी जगह सत्यापन हो रहा था। इन दोनों ही जगह पर छात्र-छात्राएं कतार में लगे हुए थे। घंटों बाद जब सत्यापन हुआ तो ही उन्होंने राहत महसूस की।
पोर्टल ने किया परेशान
विश्वविद्यालय का पोर्टल की शुरूआत से ही रफ्तार स्लो होने और बीच में हर कभी बंद होने से भी छात्राओं को परेशानी हो रही है। अंतिम दिन भी कुछ देर ऐसी ही स्थिति रही। उल्लेखनीय है कि बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय ने कॉलेज में प्रवेश के लिए कुछ दिन पहले ही आदेश जारी किए थे।
अब 16 दिन बाद होगा होगा रजिस्ट्रेशन शुरू
पहले चरण में जितने छात्र-छात्राएं वंचित रह गए, उनके लिए 3 तीन जुलाई से द्वितीय चरण शुरू होगा। इसमें भी कोई रह गया तो सीएलसी (कॉलेज लेवल काउंसङ्क्षलग) में शामिल होकर प्रवेश ले सकते हैं। हालांकि पीजी में प्रवेश के लिए 15 जून से शुरू हुई प्रक्रिया 30 जून तक चलेगी। इसमें एक जुलाई तक सत्यापन कार्य चलेगा।
इधर आरटीइ में प्रवेश से रह सकते हैं बच्चे वंचित
आरटीइ (राइट टू एज्यूकेशन) के तहत निजी स्कूलों में आरक्षित सीट पर प्रवेश के लिए बच्चों का रजिस्ट्रेशन का काम कई दिन तक चला था। यह पूरा होने के बाद जिले के संकुल केंद्रों पर सत्यापन चल रहा है। जिसमें कई लोगों ने अपने बच्चों का सत्यापन नहीं कराया है।
प्रवेश नहीं मिल सकेगा
आरटीई में 6 हजार 14 बच्चों का रजिस्ट्रेशन हुआ है, जिसमें अब तक 4 हजार 482 का सत्यापन हुआ है। इसमें आष्टा ब्लॉक के 329, बुदनी के 103, इछावर 102 , नसरूल्लागंज 81 और सीहोर के 967 बच्चों का सत्यापन नहीं हुआ है। जबकि सत्यापन की अंतिम तारिख 19 जून है। ऐसे में कोई बच्चा रह गया तो उसको प्रवेश नहीं मिल सकेगा। शिक्षा विभाग के एपीसी वीके शर्मा ने बताया कि सभी बच्चों के पालक को इसकी सूचना भी दी गई है।
क्या बोले छात्र
आधे घंटे से लाइन में खड़ा होकर सत्यापन कराने का नंबर आने का इंतजार कर रहा हूं। अभी जितनी भीड़ है उससे लगता है कि एक घंटा और लगेगा।
मंगल चंद्रवंशी, छात्र
एक घंटे से सत्यापन कराने के लिए कॉलेज में खड़ा हूं, लेकिन भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। समझ रही आ रहा है कि सत्यापन होगा या फिर नहीं।
सुरेश वर्मा, छात्र
आखरी दिन भीड़ होने के साथ ही पोर्टल की गति कुछ देर धीमी होने से काफी दिक्कत उठाना पड़ रही है। अभी भी सत्यापन कराने के लिए ही खड़ा हूं।
विजय कुमार, छात्र
चला सत्यापन का काम
पीजी के सत्यापन कराने का काम सुबह से शाम तक चला है। आखरी दिन होने से थोड़ी भीड़ जरूर थी, लेकिन बिना किसी दिक्कत के यह काम हुआ।
डॉ. आशा गुप्ता, प्राचार्य पीजी कॉलेज सीहोर