रविवार दोपहर एक बजे के करीब फेक्ट्री के इस जंगल में अज्ञात कारणों के चलते आग लगी थी। जिस जगह पर यह आग लगी, उसके पास अधिकारियों, कर्मचारियों के रहवासी स्थान है। वहीं फेक्ट्री का ऑफिस भी है। जंगल में भड़की आग को देख कंपनी के अधिकारी और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया था। बताया जा रहा है कि आग इतनी तेजी फैली कि उसने करीब २० एकड़ जंगल को कुछ देर में ही घेर लिया। आग की चपेट में आने से जंगल में खड़े सागौन, पलास, तेंदूपत्ता के पेड़-पौधे जलने लगे। कंपनी की दमकल से अधिकारी और कर्मचारियों ने इसे बुझाने का प्रयास किया। जब काबू नहीं हुआ तो सोनकच्छ, जावर, आष्टा, कोठरी से भी दमकल बुलाई गई। इन दमकल से काफी देर बाद आग बुझी। कई जीव जंतु भी आग की भेंट चढ़ गए।
दहशत में बीता समय
आग पर जल्द काबू नहीं पाया जाता तो कंपनी को भी नुकसान हो सकता था। साथ ही यह आग गांव तक भी फैल सकती थी। आग बुझने तक अधिकारियों और कर्मचारियों में दहशत रही। इसके बुझने के बाद ही सभी ने राहत महसूस की। बता दे कि गर्मी का मौसम में तेजी से आगजनी की घटनाएं सामने आ रही है।
आग पर जल्द काबू नहीं पाया जाता तो कंपनी को भी नुकसान हो सकता था। साथ ही यह आग गांव तक भी फैल सकती थी। आग बुझने तक अधिकारियों और कर्मचारियों में दहशत रही। इसके बुझने के बाद ही सभी ने राहत महसूस की। बता दे कि गर्मी का मौसम में तेजी से आगजनी की घटनाएं सामने आ रही है।
बुझ चुकी आग
कंपनी के पीछे साइड पहाड़ी इलाका है। उसमें अचानक आग लग गई। इसे दमकल से बुझा दिया है। आग बुझाने सोनकच्छ, आष्टा के अलावा अन्य जगह भी दमकल बुलाई थी। -प्रवीण तंवर, मैनेजर सेल कंपनी मेहतवाड़ा
कंपनी के पीछे साइड पहाड़ी इलाका है। उसमें अचानक आग लग गई। इसे दमकल से बुझा दिया है। आग बुझाने सोनकच्छ, आष्टा के अलावा अन्य जगह भी दमकल बुलाई थी। -प्रवीण तंवर, मैनेजर सेल कंपनी मेहतवाड़ा