कैम्पों में जिलेभर में करीब 2000 बच्चे पहुंचकर अपना भविष्य चमकाने हुनर निखार रहे हैं। आयुषी खेलों के साथ-साथ पढ़ाई में भी अव्वल ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर में फुटबाल के गुर सीखने आ रहीं आयुषी पंसारी ने जहां फुटबाल में राज्य व राष्ट्र स्तर पर अपना हुनर दिखा चुकी हैं।
इन बच्चों में से कई ने पढ़ाई में भी 12वीं कक्षा में अच्छे प्रतिशत अंक प्राप्त कर अपना नाम स्कूल की मेरिट लिस्ट में भी दर्ज कराया है। उन्होंने सभी खिलाडिय़ों को यह करके दिखाया है कि खेल और पढ़ाई दोनों साथ-साथ की जा सकती है। जिससे की खिलाड़ी अपना व जिले का नाम राष्ट्रीय स्तर पर गोरवांवित कर सकें।
इधर, परिवहन के इंतजार में केंद्रों की उपज :-
सीहोर जिले में समर्थन खरीदी केंद्रों पर किसानों से खरीदी गई उपज खुले आसमान के नीचे भगवान भरोसे रखी है। इनको सुरक्षित स्थान पर रखने की बजाए अनदेखा किया जा रहा है।
सीहोर जिले में समर्थन खरीदी केंद्रों पर किसानों से खरीदी गई उपज खुले आसमान के नीचे भगवान भरोसे रखी है। इनको सुरक्षित स्थान पर रखने की बजाए अनदेखा किया जा रहा है।
जानकारों का कहना है कि ऐसे में मौसम के बिगड़े मिजाज के चलते तेज बारिश हुई तो यह उपज उसकी भेंट चढ़कर बर्बाद हो जाएगी। जिले में समर्थन मूल्य पर चना, मसूर और गेहूं खरीदी की गई है। 160 केन्द्रों पर 14 समितियों ने 18 मई तक 42 लाख टन गेहूं की खरीदी की थी। इसमें काफी उपज का परिवहन हो चुका है।
80 हजार मैट्रिक टन गेहूं को ओपन कैंप और 2 लाख टन के करीब खरीदी केन्द्र और सोसायटियों में रखा है। पिछले 12 अप्रैल से चना, मसूर की खरीदी की जा रही है। इसमें 55 हजार मैट्रिक टन चना और 6 हजार मैट्रिक टन मसूर खरीदी की जा चुकी है। चना खरीदी के लिए 25 हजार 700 किसानों ने पंजीयन कराया था। इसमें अभी भी 6 फीसदी किसानों से खरीदी की जाना है।