वृद्ध के परिजन रातभर जिला अस्पताल में हंगामा करते हुए। विवाद बढ़ते देख रविवार सुबह तहसीलदार पांडे राजस्व अमले के साथ मौके पर पहुंचे। परिजन और रिश्तेदार को काफी समझाया, लेकिन वह नहीं माने। बार-बार समझाइश के बाद भी परिजन और रिश्तेदारों का हंगामा बंद नहीं हुआ तो तहसीलदार ने कलेक्टर से बात की और कलेक्टर के निर्देश पर परिजन को लिखित में भरोसा दिलाया कि जमीन खाली नहीं कराई जाएगी। संबल योजना के तहत परिजन को आर्थिक मदद दी जाएगी और मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान योजना के तहत आर्थिक मदद दिलाने के लिए प्रकरण तैयार कर शासन को भेजा जाएगा। तहसीलदार ने शासन के पट्टे वितरण करने पर सरकारी जमीन का पट्टा दिए जाने का आश्वासन भी लिखित में दिया गया है।
बुदनी विधानसभा में घर-घर पेयजल पहुंचाने के लिए नर्मदा नदी से पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है। प्रोजेक्ट के तहत अतरालिया गांव में सरकारी जमीन पर पानी की टंकी बनना है। पानी की टंकी निर्माण करने के लिए सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए तहसीलदार न्यायालय से सात ग्रामीण को नोटिस दिए गए थे, जिसमें से रमेश हरिजन की मौत हो गई और उसके बाद विवाद की स्थिति बनी है।
सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस पूरी शासकीय प्रक्रिया का पालन करने के बाद दिया गया है। नोटिस सात व्यक्तियों को दिए हैं। यदि सरकारी जमीन खाली करने के लिए मेरे द्वारा दबाव बनाने की बात कही जा रही है तो गलत है, मैंने किसी को कोई धमकी नहीं दी। -प्रकाशचंद्र पांडे, तहसीलदार नसरुल्लागंज