जानकारी के अनुसार साल 2016 से शुरू हुई पीएम आवास योजना में अब तक आष्टा विकासखंड के 11 हजार 773 हितग्राहियों को आवास स्वीकृत हुए हंै। इसमें 233 हितग्राही ऐसे हैं जिन्होंने राशि मिलने के बावजूद आवास का काम पूर्ण नहीं किया है। ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत की तरफ से लगातार इन लोगों को नोटिस जारी कर काम पूरा करने का कहा जा रहा है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। बताया जाता है कि कई लोगों ने आवास के लिए मिली राशि को दूसरे काम में खर्च कर दिया, उसी वजह से अब काम शुरू नहीं कर पा रहे हैं। इससे पीएम आवास का लक्ष्य अधर में अटक गया है।
राशि की होगी वसूली
जिन लोगों ने राशि मिलने के बाद योजना में मकान नहीं बनाकर उसे दूसरे काम में खर्च किया, उनसे जल्द ही राशि की वसूली की जाएगी। राशि नहीं लौटाई तो कार्रवाई भी हो सकती है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री आवास योजना में ग्रामीण हितग्राहियों को चार किस्त में पैसे दिए जाते हैं। इसमें पहली किस्त 25 हजार, दूसरी व तीसरी किस्त 40-40 हजार और चौथी अंतिम किस्त 15 हजार रुपए की दी जाती है।
हो गया है सपना साकार
प्रधानमंत्री आवास योजना गरीब हितग्राहियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण साबित हुई है। इस योजना में गरीब लोगों का पक्का मकान बनाने का सपना साकार हुआ है। जिन जगहों पर पूर्व में कच्चे, टूटे मकान नजर आते थे वहां पीएम आवास योजना में पक्के मकान बन गए हैं। लोग इनमें निवास कर जीवन बीता रहे हैं। ऐसे में समझा जा सकता है कि पीएम आवास योजना कितनी गरीब हितग्राहियों के लिए फायदेमंद साबित हुई है।