उल्लेखनीय है कि 14 मई को आष्टïा रोड स्थित खाताखेड़ी जोड़ के गांधी पेट्रोल पंप के दो कर्मचारियों की मोटर साइकल रोक कर अकोदि गांव के जोड़ के समीप दो बदमाशों ने मिर्ची पाउडर आंखों में झोक कर 7.75 लाख रुपए लूट लिए थे।
जिसकी शिकायत पंप मालिक वरूण गांधी पिता हंसराज गांधी निवासी कालापीपल ने थाना अवंतिपुर बडोदिया में दर्ज कराई थी। दिन दहाड़े हुई इस सनसनीखेज लूट के मामले में पुलिस अधिक्षक शाजापुर शैलेन्द्रसिंह चौहान के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस शाजापुर ज्योति ठाकुर व एसडीओपी शुजालपुर अमित कुमार मिश्रा के नेतृत्वाधीन टीम गठित की गई।
टीम ने जब घटना को लेकर पंप मैनेजर उपेन्द्र पटेल तथा अन्य कर्मचारी कृष्णा वर्मा से पूछताछ की तो दोनों की जानकारी में अलग-अलग तथ्य सामने आए। जब मैनेजर से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने लूट की पूरी योजना के बारे में बताया। पुलिस ने उपेन्द्र पटेल पिता चंदरसिंह निवासी अरंडिया, कृष्ण वर्मा पिता संतोष वर्मा निवासी अरंडिया एवं सहयोगी अनिल राठौर पिता रामचंदर निवासी मैना, अनिल सोनानिया पिता देवीप्रसाद सोनानिया निवासी मैना हाल मुकाम इटावा नगर देवास, अजय ठाकुर पिता सुरेश ठाकुर निवासी इंदौर को गिरफ्तार किया तथा लूट की गई कुल राशि में से 7 लाख 70 हजार 900 रुपए, अपराध में प्रयुक्त पांच मोबाइल एवं टवेरा गाड़ी जब्त की।
आरोपियों ने लूट की गई राशि में 4 हजार 100 रुपए डीजल तथा शराब पार्टी में खर्च करना बताया। इस कार्रवाई को अंजाम देेने में थाना प्रभारी अवंतिपुर बडोदिया टीआर पटेल, पीएसआई सचिन आर्य, एएसआई आर सी यादव, कंचनसिंह, सुरेश शर्मा, विवेक पुरी, लेखराज, घनश्याम अर्जने, शिवपाल, रमेश दांगी, भूपेन्द्र तथा एसपी शाजापुर द्वारा भेजी गई टीम के आरक्षक रामेश्वर, सुनिल, विशाल पटेल, मुकेश पटेल, विनोद चौधरी व मुखबिर युवराजसिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
शराब पार्टी में बनाई थी योजना
इस लूट के मास्टर माइंड मैनेजर उपेन्द्र पटेल पर कर्जा होने की बात सामने आई और उपेन्द्र ने ही अपने सहयोगी कर्मचारी कृष्ण वर्मा के साथ शराब पार्टी करने के दौरान इस लूट की योजना बनाई थी। जिसके लिए सोमवार का दिन चुना गया। क्योंकि शनिवार व रविवार को बैंक बंद होने से इस दिन पेट्रोल पंप पर लगभग तीन दिन की सिलक जमा हो गई थी।
इस साजिश की जानकारी रुपए देकर जाने वाले देवराज व कुणाल को भी नहीं थी। सहयोगी कर्मचारी कृष्ण वर्मा ने अपने तीन अन्य परिचित को इस योजना में शामिल किया। जिन्हे फरियादी नहीं पहचानते थे। बताया जाता है कि देवराज व कुणाल से रुपए छीनने के बाद आरोपी पैदल ही भागे और कुछ दूरी पर जाकर अरन्याकलां में खड़ी की गई टवेरा गाड़ी को मोबाइल लगाकर बुलवाया और उसी से बाद में फरार हुए।
21 हजार इनाम की घोषणा
पुलिस द्वारा लूट के मामले में तत्परता से कार्रवाई पर लोगों ने पुलिस के कामकाज की सरहाना की। साथ ही इस लूट का खुलासा करने में भूमिका अदा करने वाली पुलिस टीम के सदस्यों को 21 हजार रुपए इनाम में दिए जाने की घोषणा पेट्रोल पंप मालिक वरूण गांधी ने पुलिस अधिक्षक के समक्ष की।