बालविहार मैदान में रोज सुबह काम की तलाश में दिहाड़ी मजदूर आते हैं। यहां पर सुबह 8 से 10.30 बजे तक मजदूरों की भीड़ लगी रहती है। सोशल डिस्टेंस और मास्क लगाने के नियम का खुलेआम उल्लंघन होता है। यह मजदूर केवल शहर के नहीं होते हैं, बल्कि कई काम की तलाश मेंं गांव से आते हैं। बालविहार मैदान और अफसरों के बंगले, एसडीएम ऑफिस, तहसील की दूरी महज 100 मीटर है, अफसर रोज इसी मार्ग से निकलते हैं, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया है। यह लापरवाही कभी भी भारी पड़ सकती है।
लॉकडाउन खुलने के बाद से ही बाजार में जबरदस्त भीड़ देखी जा रही है। रोज ट्रैफिक जाम की स्थिति बन रही है। दुकानों पर भी ग्राहकों के खड़े होने के लिए जगह नहीं मिल रही है। ऐसे में सोशल डिस्टेंस का पालन तो दूर, लोग रास्ते से निकल नहीं पा रहे हैं। नगरीय निकाय और पुलिस, राजस्व के अफसर रोज बाजार की स्थिति देख रहे हैं, लेकिन सुरक्षा के दृष्टि से कोई इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। दुकानदार और ग्राहक भी कोरोना संक्रमण की गाइड लाइन के प्रति लापरवाह बने हुए हैं।
बाजार और बाल विहार मैदान के साथ बैंकों के सामने भी सोशल डिस्टेंस के नियम की अवहेलना हो रही है। रोज बैंकों के बाहर ग्राहकों की भीड़ देखी जा सकती है। बैंकों में सोशल डिस्टेंस के नियम का पालन केवल अंदर काउंटर पर होता है, बाहर लोग एकजुट होकर खड़े रहते हैं। कुछ बैंकों के सामने दिखावे के लिए गोल घेरे बनाए गए हैं, लेकिन ग्राहक उनमें खड़े ही नहीं होते हैं।