सड़क निर्माण से शहर के बीच से निकले पुराने हाइवे की चौड़ाई बढ़ गई है, लेकिन कई जगह वैकल्पिक वाहन पार्किंग खत्म हो गई है। यही हाल शहर के भीतरी मार्गों का भी है। हालात यह बन गए हैं कि हर 30 मिनट में शहर में कही न कही जाम के हालात बनते रहते हैं। पत्रिका ने इसे लेकर तत्थ परख समाचार का प्रकाशन किया था। इसके बाद जागे जिम्मेदारों ने बार-बार लग रहे जाम की समस्या से निपटने प्रयास शुरू कर दिए है।
अक्सर बेतरतीब खड़े वाहन से जाम लगने की बात सामने आती है। इसे लेकर यातायात पुलिस ने शहर में जाम लगने वाले क्षेत्रों में बोर्ड लगा दिए है। इसके तहत सड़क पर वाहन खड़ा करने पर वाहन जब्ती के साथ चालानी कार्रवाई किए जाने की बात कही है। बोर्ड लगाने के साथ ही पुलिस के जवान शहर के व्यस्त क्षेत्रों में वाहन चालकों के साथ दुकानदार और मकान मालिकों से सड़क पर वाहन खड़े नहीं करने की समझाइश दे रहे हैं।
पार्किंग को लेकर भी प्रयास शुरू
शहर में पार्किंग व्यवस्था नहीं होने के कारण भी जाम के हालात बनते है। इस कारण मुख्य बाजार, तहसील चौराहा, कोतवाली चौराहा, लीसा टॉकीज, बस स्टैंड, इंग्लिशपुरा सहित अन्य क्षेत्र में पांर्किंग नहीं होने से हालात बिगड़ते है। स्थाई पार्किंग को लेकर एसडीएम वरूण अवस्थी ने नपा और यतायात विभाग की बैठक लेकर शहर में पार्किंग की व्यवस्था को लेकर निर्देश दिए है।
भारी वाहनो पर लगेगा प्रतिबंध
मुख्य बाजार और व्यस्त मार्गो पर अक्सर बड़े वाहन दौड़ते नजर आते हंै। चार पहिया वाहन नो एंट्री में भी एंट्री कर शहर के यातायात को बिगाड़ देते है। इसे लेकर भी यातायात विभाग समय तय कर बड़े और मालवाहक वाहनों का बाजार में आना प्रतिबंधित करेगा। इस दौरान किसी वाहन के कारण जाम के हालात बने तो तुरंत वाहन जब्त कर चालानी कार्रवाई भी की जाएगी।
शहर में पार्किंग को लेकर समस्या है। अधिकारियों के निर्देश पर यातायात सुधारने प्रयास किए जा रहे है। सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान लोगों को समझाइश देकर जागरूक किया जाएगा।
राजू बघेल, यातायात प्रभारी सीहोर