जानकारी के अनुसार शंकर साहू उर्फ पिंटू व आकाश दोनों निवासी शिवनगर वायपास भानपुर तथा सोनू प्रजापति, अंकित पंथी निवासी गौतम नगर भोपाल चारों दोस्तों की उम्र 18 से 20 साल के बीच है। चारों दोस्त दो बाइक से शनिवार-रविवार की रात ढाई बजे सलकनपुर वाली मैया के दर्शन के लिए रेहटी के लिए निकले थे। बताया जाता है कि चारों दोस्त रविवार की सुबह सात बजे के करीब रेहटी पहुंच गए थे। चारों दोस्त मातारानी के दर्शन करने के पहले नर्मदा नदी के आंवली घाट पर स्नान करने चले गए।
अंकित ने बताया कि चारों आंवली घाट पर सुबह आठ बजे के करीब स्नान कर रहे थे। शंकर साहू को तैरता आता था, इसलिए वह गहरे पानी में चला गया। शेष हम तीनों दोस्त तैरना नहीं जानते थे, इसलिए घाट पर ही नहा रहे थे, लेकिन शंकर की देखा-देखी आकाश भी घाट से कुछ आगे नहाने के लिए चला गया।
हमने उसे आगे जाने से मना भी किया, लेकिन वह नहीं माना और कुछ ही देर में डूबने लगा। जिसे देखकर शंकर ने आकाश को बचाने काफी प्रयास किए। आकाश को बचाने के चक्कर में दोनों पानी में डूब गए। दोनों ने मदद के लिए हाथ उठाए। हम दोनों दोस्तों ने मदद के पुकार लगाई। आसपास कोई नहीं था।
इसके कारण हमारी आंखों के सामने दोनों दोस्त गहरे पानी में कहीं खो गए इस दौरान एक सज्जन के मदद के लिए आने पर उसने घाट पर दोनों दोस्तों की तलाश भी की थी, लेकिन वह सफल नहीं हुए।
पुलिस पहुंची, तब तक हो चुकी थी काफी देर….
अंकित ने बताया कि उसने डायल 100 और 181 को सूचना दी गई थी, लेकिन जब पुलिस पहुंचती तब तक काफी देर हो चुकी थी। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शंकर साहू उर्फ पिंटू पिता पप्पू साहू 19 और आकाश उम्र 18 साल के शव नदी से निकाले गए। सूचना पर तहसीलदार महेन्द्र प्रताप सिंह, टीआई शिवपाल सिंह कुशवाह, सहित पुलिस और राजस्व अमले ने शवा को पीएम के लिए भिजवाया गया। तहसीलदार तहसीलदार महेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि दो युवकों की मौत हुई है। मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है।
दो दिन पहले भी तीन बच्चियां डूब गई थीं….
ज्ञातव्य है कि भेापाल के बैरसिया थानांतर्गत गांव चापडिया निवासी काजल कुशवाह पुत्री दीनदयाल कुशवाह 12 साल, विनीता पुत्री जमनाप्रसाद कुशवाह 16 साल और गांव भारंगपुर थाना विदिशा निवासी पायल पुत्री मूलचंद कुशवाह अपने परिजनों के साथ दो दिन पहले शुक्रवार को सलकनपुर दर्शन के लिए आई थीं।
उनके साथ भोपाल निवासी भारती कुशवाह भी अपने परिजनों के साथ आई थी। सलकनपुर देवी धाम पर दर्शन के बाद वापस लौटते समय सभी आंवलीघाट पहुंचे, नहाते समय काजल गहरे पानी में चली गई और डूबने लगी, इसे बचाने के लिए विनीता, पायल और भारती ने प्रयास किए, लेकिन ये तीनों भी काजल के साथ डूबने लगीं। चारों बच्चियों को डूबता देख जब तक लोग यहां पहुंचते तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
ये लोग सिर्फ भारती को ही सुरक्षित निकाल सके, जबकि काजल, विनीता और पायल डूब गईं। करीब एक घंटे की मशक्कत पर स्थानीय लोगों ने तीनों बच्चियों के शव को निकाला।