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पीडब्ल्यूडी ने चौराहे पर डलवाएं गिट्टे, दो पहिया वाहन चालक गिरकर हो रहे हादसे का शिकार

locationसीहोरPublished: Jun 21, 2019 05:20:30 pm

Submitted by:

Anil kumar

ठेकेदार को टर्मिनेट करने पीडब्ल्यूडी ईई ने सीई को की शिकायत

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सड़क

सीहोर। सोया चौपाल से हाउसिंग बोर्ड तक पुराने भोपाल इंदौर हाइवे पर 43 करोड़ की लागत से बनने वाली सड़क के अधूरे कार्य पर पीडब्ल्यूडी ने मरहम लगाने का काम शुरू किया है। इसमें जितने चौराहे पर काम नहीं होने से खतरनाक स्थिति बनी है, वहां गिट्टे डालकर जगह बराबर कराई जा रही है।

गिट्टे पर डामर किया जाएगा
इसमें भी लापरवाही दिखाने और गिट्टे के ठीक तरह से नहीं डालने से दो पहिया वाहन चालकों के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है। पिछले दो दिन से वह गिरकर हादसे का शिकार होकर अस्पताल का मुंह देख रहे हैं। अधिकारी यह जरूर कह रहे हैं कि गिट्टे पर डामर किया जाएगा।

पेमेंट रोकने की बात कहीं
पुराने हाइवे सड़क मार्ग खराब होने के बाद कुछ साल पहले फोरलेन की स्वीकृति मिली थी। स्वीकृति मिलते ही निर्माण एजेंसी ने काम चालू किया, लेकिन अफसरों की उदासीनता के चलते यह समय सीमा में पूरा नहीं हो पाया। पीडब्ल्यूडी ने संबंधित ठेकेदार को कई बार नोटिस जारी कर पेमेंट रोकने की बात कहीं, लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की माने तो अब ठेकेदार ने राशि कम होने की बात कहकर पूरा काम कराने से हाथ खड़े कर दिए हैं, जिससे आगे भी काम अटकता नजर आ रहा है।


गिट्टी डाली गिर रहे वाहन चालक
पीडब्ल्यूडी ने इंदौर नाका, अस्पताल चौराहा, बस स्टैंड आदि स्थान पर गिट्टी डलवाई है। यह गिट्टी छोटे-बड़े वाहनों के निकलने से इधर-उधर फैल गई है। दो पहिया वाहन चालक तो गिरकर हादसे का शिकार हो रहे हैं। बुधवार को बारिश होने से इंदौर नाके पर कई वाहन चालक गिर गए थे। गुरुवार को बस स्टैंड पर यही स्थिति देखने मिली। बस स्टैंड से आनंद डेयरी जाने वाले मार्ग पर बड़ी गिट्टी-पत्थर से लोग परेशान होते दिखाई दिए।


रुक-रुककर कर रहा है काम
सड़क का कार्य शुरूआत से ही रुक-रुककर चल रहा है। पिछले कई दिन से तो काम पूरी तरह से बंद होने के चलते तीन दिन पहले पीडब्ल्यूडी ईई जेएम कुरैशी ने सीई को इस संबंध में अवगत कराया था। वहीं से सीई की ठेकेदार से सीधी बात कराई थी। उसके बाद दो दिन पहले गंगा आश्रम के पास नाली बनाने का कार्य ठेकेदार ने शुरू किया है। यह कार्य कितने दिन चलेगा और कितने दिन नहीं उसका भी कहना मुश्किल नजर आ रहा है। इतना जरूर है कि अफसरों और निर्माण एजेंसी के उदासीन रवैये से जनता की परेशानी कम होने की बजाएं हर दिन बढ़ती जा रही है। बारिश के मौसम में और ज्यादा दिक्कत होती।


अभी यह कार्य नहीं हुआ-
डिवाइडर पूरी तरह से नहीं बने।
– चौराहों पर रोटरी (गोल चौराहा) नहीं बना।
– चौराहों पर सौंदर्यीकरण कार्य भी नहीं हुआ।
– नालियों का पूरी तरह से काम नहीं हुआ।
– सड़क का काम भी कुछ जगह अधूरा है।


राशि कम का कह रहा
सड़क निर्माण का अधूरा कार्य पूरा करने ठेेकेदार को कहा तो वह बजट कम होने की बात कह रहा है। इस कारण लोगों को परेशानी नहीं हो उसे देखते हुए हमारी तरफ से चौराहे पर गिट्टी डालकर बराबर किया जा रहा है। उस पर डामर भी किया जाएगा।
जेएम कुरैशी, ईई पीडब्ल्यूडी सीहोर

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