दरअसल, यह अनोखी शादी सीहोर जिले के आष्टा ब्लॉक के करमनेखड़ी गांव में हुई है। यहां पर ग्रामीणों ने एकादशी पर गांव में एक बछड़ा और बछिया की शादी पूरे धूमधाम तरीके से करवाई है। बछड़ा इस शादी में दूल्हा था और बछिया दुल्हन थी। दोनों की शादी हिंदू रीति-रिवाज से करवाई गई। इस शादी में सभी रस्मों को निभाया गया है। शादी के दौरान हजारों ग्रामीणों को भोज भी दिया गया है।
वरमाला भी हुआ
इस शादी समारोह को देख आप कतई नहीं कह सकते थे कि यह जानवरों की शादी है। शादी में वर पक्ष की रस्म गांव के अर्जुन सिंह ठाकुर ने निभाई है तो बछिया को बेटी मानकर हाथ पीले करने का दायित्व तेज सिंह आचार्य ने निभाया। इस दौरान अग्नि को साक्षी मानकर बछड़ा और बछिया ने सात फेरे भी लिए। उससे पहले वरमाला कार्यक्राम का भी आयोजन हुआ था।
दो पंडित आए थे शादी कराने
गांव में शादी के लिए बकायदा गणेश पूजन के बाद दोनों को दुल्हा-दूल्हन बनाया गया। बछिया और बछड़े का पूरा हिंदू रीति-रिवाज से विवाह कराया गया। खास बात यह है कि शादी कराने के लिए दो पंडित को बुलाया गया था। विवाह के दिन वर पक्ष बछड़े की तरफ से बैंडबाजे के साथ बारात लेकर वधु पक्ष बछिया के तेजसिंह आचार्य के घर पहुंचे। फिर उत्साह के साथ विवाह की रस्म पूरी की गई।
गांव में शादी के लिए बकायदा गणेश पूजन के बाद दोनों को दुल्हा-दूल्हन बनाया गया। बछिया और बछड़े का पूरा हिंदू रीति-रिवाज से विवाह कराया गया। खास बात यह है कि शादी कराने के लिए दो पंडित को बुलाया गया था। विवाह के दिन वर पक्ष बछड़े की तरफ से बैंडबाजे के साथ बारात लेकर वधु पक्ष बछिया के तेजसिंह आचार्य के घर पहुंचे। फिर उत्साह के साथ विवाह की रस्म पूरी की गई।
‘प्रेम’ को देख कराई शादी
ग्रामीणों ने बताया कि बीते दो महीने से गांव में एक बछड़ा और बछिया कहीं से आ गए। ग्रामीणों ने इन दोनों को जब भी देखा, हमेशा एक साथ देखा। बछड़ा और बछिया के एक-दूसरे के प्रति इस लगाव को देखकर ग्रामीणों ने तय किया कि वह इनकी शादी कराएंगे। एक-दूसरे के जरिए पूरे गांव में बात फैल गई। दोनों की शादी करवाने के लिए सभी तैयार हो गए। आपसी सहयोग से शादी की तैयारी शुरू कर दी।
ग्रामीणों ने बताया कि बीते दो महीने से गांव में एक बछड़ा और बछिया कहीं से आ गए। ग्रामीणों ने इन दोनों को जब भी देखा, हमेशा एक साथ देखा। बछड़ा और बछिया के एक-दूसरे के प्रति इस लगाव को देखकर ग्रामीणों ने तय किया कि वह इनकी शादी कराएंगे। एक-दूसरे के जरिए पूरे गांव में बात फैल गई। दोनों की शादी करवाने के लिए सभी तैयार हो गए। आपसी सहयोग से शादी की तैयारी शुरू कर दी।