अहमदुपर के मुख्य बाजार से जिम्मेदारों की गाडिय़ा दिनभर में कई बार निकलती नजर आती है, लेकिन जिम्मेदार चुप्पी साधे रहते हैं। मुख्य बाजार में अव्यवस्थित ढंग से वाहन खड़े रहते हैं जिसकी वजह से 108 जननी एक्सप्रेस को निकलने में भी कभी-कभी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है, तो वही अव्यवस्थित ढंग से खड़े वाहनों की वजह से हादसे का भी डर बना रहता है। वहीं देखा जाए तो दूर दराज के अंचल के किसान भी अपनी उपज का बैंकों से पैसा निकालने प्रतिदिन अहमदपुर आ रहे हैं बाजार में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं होने की वजह से भी उनको भय बना रहता है कि कहीं चोर उचक्के उनके साथ कोई घटना न कर दें। बीते दिनों में एक बर्तन दुकानदार के साथ इस तरह की घटना भी घट चुकी है।
कार्रवाई के अभाव में बड़े रहे हौंसले
नगर के मार्गों पर बढ़ते अस्थाई अतिक्रमण को लेकर अफसरों द्वारा कोई कार्रवाई काफी समय से नहीं हुई है। जिसके चलते वाहन चालक और दुकानदारों के हौंसले बुलंद हो रहे हैं। आगवामन को लेकर सड़कें तो काफी चौड़ी हैं, लेकिन बाजार आने वाले वाहनों की पार्किंग व्यवस्था नहीं होने के कारण वाहन चालक अपने वाहन सड़क पर ही खड़े कर देते हैं। दुकानों के आगे भी दुकानदार सामान जमा देते हैं। जिसके चलते मुख्य बाजार में हर दस मिनट में जाम के हालात निर्मित हो जाते हैं। जिससे लोगों को काफी दिक्कत उठाना पड़ता है।
सीहोर. लॉकडाउन खुलते ही सीहोर शहर में खरीदी के लिए लोगों की भीड़भाड़ उमडऩे लगी है। लोगों द्वारा खरीदी के दौरान सड़क पर ही अपने दोपहिया वाहन खड़े कर देते हैं। वहीं दुकानदारों द्वारा भी अपनी दुकान का सामान पांच-पांच फीट तक सड़क पर ही रखा जा रहा है। जिसके चलते इस मार्ग पर हर दस मिनट में जाम के हालात निर्मित हो रहें। बदहाल यातायात व्यवस्था के चलते मंगलवार को बाजार का दिन होने के कारण हर दस मिनट में जाम के हालात निर्मित होते रहे। नागरिकों को कहना है कि पुलिस को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
पाइंट लगे हुए हैं बाजार में पुलिस की गाड़ी घूम रही है। बाजार में सड़कों पर वाहन खड़े करने वालों पर कार्रवाईकी जाएगी।
– बीएल वर्मा, एस आई, अहमदपुर