ढ़ाई साल बाद नहीं खुली दुकान
विकासखंड में ढाई साल पहले ग्राम पंचायतों में राशन दुकान खोलने की शुरू हुई प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हुई है। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लोगों को हर महीने दूसरे गांव, शहर में मौजूद राशन दुकानों के चक्कर काटना पड़ता है। इससे उनको परेशानी होती है तो वही कामकाज तक छोडऩा पड़ता है। बावजूद इस तरफ ध्यान नहीं दिया है।
राशन के लिए परेशान होते ग्रामीण
ग्राम पंचायत टांडा पंचायत के गांव मालीखेड़ी के लोगों को हर महीने राशन लेने दो किमी दूर दुपाडिय़ा जाना पड़ता है। कई बार राशन नहीं मिलने पर खाली वापस लौटना पड़ता है और दूसरे दिन जाना होता है। उनकी मुश्किल बारिश में उस समय ज्यादा बढ़ जाती है जब दोनों गांव के बीच नाला उफान आने से आवाजाही ठप हो जाती है। ग्रामीण लंबें समय से गांव में ही राशन दुकान खोलने की मांग कर रहे हैं, लेकिन आज तक कुछ नहीं हो सका है।
ग्राम पंचायत टांडा पंचायत के गांव मालीखेड़ी के लोगों को हर महीने राशन लेने दो किमी दूर दुपाडिय़ा जाना पड़ता है। कई बार राशन नहीं मिलने पर खाली वापस लौटना पड़ता है और दूसरे दिन जाना होता है। उनकी मुश्किल बारिश में उस समय ज्यादा बढ़ जाती है जब दोनों गांव के बीच नाला उफान आने से आवाजाही ठप हो जाती है। ग्रामीण लंबें समय से गांव में ही राशन दुकान खोलने की मांग कर रहे हैं, लेकिन आज तक कुछ नहीं हो सका है।