इसके साथ ही विश्वहिंदू परिषद बजरंग दल ने हिन्दुओं की हत्या के विरोध में जिले के दस प्रखंड में विरोध प्रदर्शन किया गया। भगवा झंड़ों के साथ कार्यकर्ता बांग्लादेश और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की। विश्वहिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष जगदीश कुशवाहा ने बताया कि राष्ट्रपति के नाम का तहसीलदार नरेंद्र यादव ज्ञापन दिया है। विहिप जिला उपाध्यक्ष मोहितराम पाठक ने कहा की बांग्लादेश में कट्टरपंथियों द्वारा प्रतिदिन हिन्दुओं को चिन्हित कर योजनाबद्ध तरीके से हमले किए जा रहे है, जिससे वहां निवास करने वाले हिन्दू परिवार डरे हुए हैं। 13 अक्टूबर को बांग्लादेश के कोमिल्ला जिले में इन कट्टरपंथियों द्वारा हिंदू देवी-देवताओं के पांडाल जलाए गए। इस्कान मंदिर की मूर्ति खंडि़त की गई। इस प्रकार की घटनाएं बांग्लादेश के 22 जिलों में हुई हैं, जिसमें करीब 150 देवी पांडाल एवं मंदिरों में आग लगा दी गई। घटना से 66 परिवारों को अपनी जान बचाकर अपना घर छोड़कर भागना पड़ा है और 20 हिन्दुओं की मौत हुई है। विहिप ने बांग्लादेश सरकार पर आंख बंद कर सबकुछ चुपचाप देखने के आरोप लगाए हैं। विश्व हिन्दू परिषद ने बांग्लादेश सरकार से मांग की है कि हिन्दुओं पर हो रहे आक्रमण को रोका जाए और दोषियों पर कार्रवाई की जाए। विरोध प्रदर्शन में गौरक्षा विभाग प्रांतमंत्री अजीत शुक्ला, जिला मंत्री राकेश कुमार विश्वकर्मा, जिला कोषाध्यक्ष महेश मेवाड़ा, जिला सहमंत्री कमलेश कुंकंधा, जिला संयोजक विवेक राठौर, जिला सह संयोजक आशीष सिसोदिया, जिला विशेष संपर्क प्रमुख नीरज चौरसिया आदि शामिल थे।