ग्राम पंचायत मोगराराम के हालात यह हैं कि गांव के सभी मोहल्ले गदंगी से पटे पड़े हैं। ऐसे में ग्रामीणों को हमेशा ही बीमारियों का भय सताता रहता है। वहीं दूसरी ओर पंचायत कार्यालय परिसर भी गाड़ी अड्डा बन गया है। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी समस्या पर पंचायत ध्यान नहीं दे रही।
ग्रामीण बताते हैं कि ग्राम पंचायत मोगराराम को केवल कागजों पर ही ओडीएफ घोषित कर दिया गया। अधिकारियों तक स्थल निरीक्षण की गलत रिपोर्ट भेजी गई, जबकि पूरा गांव गंदगी से सना हुआ है। पंचायत भवन कार्यालय परिसर को गाड़ी अड्डा बना रखा है।
वहां लोगों के ट्रेक्टर-ट्रालियां अन्य वाहन खड़े रहते हैं जिससे ग्रामीण दफ्तर तक में बड़ी मुश्किल से पहुंच पाते हैं। गांव की सड़क के आसपास गाजर घांस उग रही है जिससे चर्म रोग फैल रहा है।ग्रामीण प्रहलादसिंह वर्मा का कहना है कि यदि उच्चाधिकारी कायदे से जांच करें तो पंचायत द्वारा किए गए कार्यों की ऐसी पोल खुलेगी कि वह खुद आश्चर्यचकित रह जाएंगे।
गंदगी से हलाकान ग्रामीण …
इछावर विधानसभा का यह गांव जनपद पंचायत सीहोर के अंतर्गत आता है यहां कदम-कदम पर ग्रामीणों का सामना गंदगी से हो रहा है। ग्रामीण समस्या लेकर पंचायत कार्यालय जाते हैं तो वहां ज्यादातर ताला लगा मिलता है। ग्रामीण नंदराम वर्मा, ओमप्रकाश, मुकेश, राम सिंह वर्मा, जगदीश प्रसाद, भगवान सिंह, प्रहलाद सिंह, मुकेश वर्मा, जगदीश, मेहरबान सिंह, परमानंद आदि ने बताया कि गांव में 35-40 घर ऐसे हैं जहां शौचालय नहीं है ग्रामीणों ने कर्ज लेकर घरों मे महिनों पहले गड्ढे खोद रखे हैं लेकिन पंचायत द्वारा अब तक निर्माण की राशि नहीं दी गई। इसी वजह से ग्रामीणों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है।
दिनेश जलोदिया, सहायक सचिव, ग्रापं मोगराराम