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गर्भावस्था के समय महिलाएं नहीं दे रहीं इन बातों का ध्यान, इस लिए बच्चों में हो रहीं है ये बड़ी समस्या

locationसीहोरPublished: Sep 03, 2019 05:43:25 pm

Submitted by:

Amit Mishra

‘दान’ से ज्यादा रक्त की मांग30 फीसदी बच्चे कम वजन के पैदा हो रहे

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सीहोर। जिला अस्पताल district hospital में पिछले कुछ महीनों से ब्लड की डिमांड Blood demand बढ़ गई है। ब्लड बैंक blood bank में आवक से ज्यादा ब्लड की निकासी होने के कारण मरीजों Patients को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिला अस्पताल में सबसे ज्यादा ब्लड की खपत प्रसूताओं के लिए हो रही है। जिला अस्पताल में बीते छह महीने से 70 फीसदी 70 percent से ज्यादा प्रसूताओं में ब्लड की कमी पाई जा रही है।

 

पर्याप्त पोषण आहार नहीं मिल रहा
प्रसूताओं में ब्लड की कमी का मुख्य कारण गर्भावस्था के दौरान खान पान कमजोर होने को बताया जा रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि गर्भावस्था के दौरान प्रसूताओं को पर्याप्त पोषण आहार नहीं मिल रहा है, जिससे उनके शरीर में खून की कमी होने के साथ-साथ गर्भ में पल रहे बच्चे की ग्रोथ प्रभावित हो रही है। 30 फीसदी से ज्यादा बच्चे सामान्य से कम वजन के पैदा हो रहे हैं, जो कि चिंता का विषय है। ब्लड बैंक में एक हजार यूनिट ब्लड रखने की व्यवस्था है जिससे मरीजों को सुविधा मिल सके।

एक हजार यूनिट ब्लड रखने की व्यवस्था
सीहोर जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में एक हजार यूनिट ब्लड रखने की व्यवस्था है। ब्लड रखने के लिए चार फ्रीज है। एक फ्रीज में 250 यूनिट ब्लड रखा जाता है। जिला अस्पताल से हर महीने करीब 47 थैलेसिनिया पीडि़त बच्चों को नियमित ब्लड उपलब्ध कराया जाता है। ब्लड की डिमांड ज्यादा होने के कारण कई बार इन बच्चों को समय पर ब्लड नहीं मिल पाता है।

 

ऐसे करें खून की पूर्ति
प्रसूताएं प्रतिदिन एक ग्लिास गाजर, पालक, चुकन्दर का जूस लेकर ब्लड की पूर्ति कर सकती है।

आहार में प्रतिदिन प्रोटीनयुक्त भोजन जयादा से ज्यादा लिया जाए, दाल में प्रोटीन की मात्रा पर्याप्त होती है।

हरी सब्जियों के सेवन भी खून की कमी को दूर कर आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है।

खून की कमी से होने वाली परेशानी
एनीमिया पीडि़त व्यक्ति को नींद कम आती है, आंखों की रोशनी कम होती जाती है।
थकान मेहसूस होना और चिड़चिड़ापन भी एनीमिया के लक्षण है।
खून की कमी के कारण त्वचा पीली पडऩे लगती है और थोड़ी सी मेहनत करने पर सांस फूलने के कारण सीने में दर्द होने लगता है।

ब्लड बैंक की स्थिति

माह ————बैंक में ब्लड आया ——— बैंक से ब्लड गया
जनवरी ——————381 ————- 359
फरवरी —————–257 ————— 278
मार्च —————–340 —————– 396
अप्रैल —————– 360 —————– 415
मई —————– 500 —————– 459
जून —————– 430 —————– 447
जुलाई —————– 1205 —————– 971
अगस्त —————–900 —————– 744


ब्लड बैंक में ब्लड की पूर्ति करने हमारी तरफ से रक्तदान शिविर लगाया जाता है। इस ब्लड को जरूरतमंद को उपलब्ध कराया जाता है। इसके साथ ही लोगों को भी रक्तदान करने जागरूक किया जाता है। यह बात भी है कि लोगों में अभी भी रक्तदान को लेकर जागरूकता की कमी है।
डॉ. राहिल राठौर, प्रभारी ब्लड बैंक जिला अस्पताल सीहोर

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