शिकायत में बताया कि पात्रता पर्ची का पूरा काम ऑनलाइन होना है। ग्रामीण क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहिकाओं के पास स्मार्ट फोन नहीं है। कुछ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहिकाओं को दूसरे गांव की पंचायत में सर्वेक्षण का कार्य दिया है। ऐसे में यह काम करना संभव नहीं है। जबकि आंगनबाड़ी केंद्र पर नर्सरी स्कूल संचालित हो रहे हैं, जिसमें 3 से 6 साल तक के बच्चों को सुबह 9 से 2 बजे तक अनौपचारिक शिक्षा दी जाती है। ऐसे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी कार्यकर्ता और सहिकाएं सर्वेक्षण कार्य करेंगी तो केंद्र पर ताला लगाना होगा। इससे नर्सरी स्कूल के बच्चों को शिक्षा नहीं मिल पाएगी।
समस्या का किया जाए निराकरण
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहिकाएं समय से अपने केंद्र का संचालन कर सकें इसलिए पात्रता पर्ची सर्वेक्षण कार्य की समस्या का निराकरण किया जाएं। इस अवसर पर रेणु शर्मा, रेखासिंह, रूकमणी कुशवाहा, तुलसा मालवीय, तारा शर्मा, रजनी मालवीय, विमला परमार, अनीता सेन, मंजू मल्होत्रा, देवकुंवर मेवाड़ा, संध्या त्रिपाठी आदि थे।